Prashant Kishor News: पटना में पांच दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे प्रशांत किशोर को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया और फिर उन्हें सिविल कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें बेल मिल गई, लेकिन शाम में कोर्ट परिसर से बाहर आए प्रशांत किशोर ने मीडिया के सामने साफ कर दिया कि वो जेल में ही रहेंगे. सशर्त बेल नहीं लेंगे.
प्रशांत किशोर ने साफ कहा कि जो बॉन्ड है, उसमें कहा गया है कि आगे से ऐसा कोई काम मैं ना करूं तो ये में नहीं कर सकता. इसलिए जेल जाना स्वीकार है. उन्होंने कहा कि अगर सत्याग्रह करना, गांधी के रास्ते पर चलना गुनाह है तो हमें जेल जाना कबूल है. उन्हें पुलिस वालों से भी कोई शिकायत नहीं है. पीके ने कहा कि थप्पड़ मारने वाली बात जो मीडिया में चल रही है, वो गलत है. मेरे साथ पुलिस ने कोई दुर्व्यवहार नहीं किया. कानून के तहत भले ही थोड़ा रवैया सख्त था, लेकिन मेरे साथ पुलिस ने कोई बदसलुकी नहीं कि.
उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि पुलिस वालों से आप मत उलझिए. ये तो अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. इनको जो उपर से कहा जाता है वो करते हैं. इसमें इनकी क्या गलती है. अगर सरकार ही लाठी चलाने वाली है, तो क्या करेंगे, इस सरकार को उखाड़ फेकने के लिए हम सब तैयार हैं, लेकिन अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. जेल से ही आंदोलन चलेगा.
वहीं सत्ता पक्ष के लोगों का कहना है कि प्रशांताींा्4 किशोर की गिरफ्तारी पूरी तरह जायज है. लोकतंत्र में अराजकता की कोई जगह नहीं है. ये पटना हाईकोर्ट के 2015 के एक आदेश के अनुकूल है. गांधी मैदान धरना की जगह नहीं है. पहले प्रशासन ने उनको चेतावनी दी नहीं मानने पर ये कार्रवाई की गई. वहीं पटना डीएम चंद्रशेखर ने कहा कि धरना में प्रशांत किशोर के साथ सिर्फ बीपीएससी के छात्र नहीं है, बल्कि कई लोग बाहर से बुलाए गए हैं. इसलिए ऐसी कार्रवाई करना जरूरी था.
ये भी पढ़ेंः 'बेल भी नहीं लेंगे, अनशन भी नहीं तोड़ेंगे', बोले प्रशांत किशोर- प्रशासन को निपटने दीजिए