Prashant Kishor News: मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी प्रखंड के चंद्रहट्टी में शुक्रवार को जनसुराज की तरफ से तिरहुत क्षेत्र में जनसुराज कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) भी पहुंचे थे. इस बीच एक बैठक के दौरान पीके एक बार फिर गुस्से में आ गए और एक कार्यकर्ता परआग बबूला हो गए.  


गुस्से में आ गए प्रशांत किशोर 


दरअसल तिरहुत स्नातक उपचुनाव को लेकर बैठक बुलाई गई थी. इस दौरान अचानक एक जनसुराज के ही नेता कुछ बोलना चाह रहे थे. तो प्रशांत किशोर ने उन्हें मना कर दिया, जबकि वो अपनी बातों को लगातार रखते जा रहे थे. इसका पीके विरोध कर रहे थे. इसके बाद प्रशांत किशोर गुस्से में आ गए. उन्होंने गुस्से में उस नेता से कहा कि बैठ जाओ, इसे आरजेडी नहीं बनाओ. वो नेता अपनी बातों को बोलता जा रहे था जबकि पीके उसे चुप करवाते जा रहे थे. इस दौरान पीके का पारा चढ़ता जा रहा था. 


मुजफ्फरपुर जनसुराज के सचिव मो. जावेद अख्तर उर्फ गुड्डू इस कार्यक्रम के दौरान प्रशांत किशोर को पार्टी में चल रहे कुछ बातों से अवगत करवाना चाह रहे थे. वहीं सार्वजनिक रूप से शायद प्रशांत किशोर इसे सुनने नहीं चाह रहे थे, जबकि वो नेता आरजेडी से जनसुराज में आए थे. मुजफ्फरपुर के पूर्व पार्षद मो. जावेद उर्फ़ गुड्डू ने बताया कि मुजफ्फरपुर में पार्टी के कई नेता जुड़े और कई हट गए. इसकी मॉनिटरिंग नहीं हो रही है. यही सुझाव मैं दे रहा था तो उन्होंने सुनने से मना कर दिया. 


आरजेडी का क्यों लिया नाम?


कार्यक्रम के दौरान साफ देखा जा सकता है कि मो. जावेद कुछ कहने पर अड़े हैं, लेकिन प्रशांत किशोर उन्हें सुनना नहीं चाह रहे हैं. इतना ही नहीं आस पास उपस्थित कई नेता मो. जावेद को जबरन बैठाने की कोशिश रहे हैं, मगर वो अपनी बातों को किसी भी कीमत पर कहने को आमादा थे. इसके बाद प्रशांत किशोर ने उन्हें बाहर जाने तक को कह दिया. साथ ही कहा कि यहां अनुशासनहीनता नहीं चलेगी, इसे आरजेडी नहीं बनाइए. आपको बोलने की इजाजत किसने दी है.


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