Prashant Kishor Spokesperson: बिहार के छपरा, सीवान और गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से मौत मामले पर प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने गुरुवार को कहा कि हम लोगों का जो स्टैंड है कि सरकार बनते ही शराबबंदी खत्म कर देंगे उस स्टैंड पर कायम है और अभी जो मौत हो रही है. वह शराबबंदी के कारण ही हो रही है. जन सुराज के प्रवक्ता विवेक कुमार ने कहा कि शराब शुरू हो जाने से यह मौत का सिलसिला रुक जाएगा, क्योंकि लोग अभाव में जहरीली शराब पी रहे हैं.
'बिहार में शराबबंदी का सिर्फ कानून है'
प्रवक्ता विवेक कुमार ने कहा कि शराबबंदी करने की जो प्रक्रिया होनी चाहिए थी, वह सही नहीं थी. जो विजन होना चाहिए था उसके आधार पर काम नहीं किया गया. यही कारण है कि बिहार में शराबबंदी सिर्फ का सिर्फ कानून बना हुआ है. शराबबंदी नहीं है और लोग चोरी छुपे सस्ते में जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि शराबबंदी खत्म हो जाने से यह मौत जो हो रही है रुक जाएगी.
हालांकि विवेक कुमार ने ये भी कहा कि मैं शराब को सही नहीं मानता हूं. शराब पीना अच्छी बात नहीं है. गांधी के विचारों पर हमारी पार्टी चलती है, लेकिन किसी के खाने-पीने किसी को कुछ सोचने पर हम रोक नहीं लगा सकते हैं. शराब पूरी तरह बंद करना है तो उसके लिए एक विजन तैयार करना पड़ेगा. इसके लिए जन सुराज ने सोच लिया है. आप टेक्स्ट में वृद्धि कर सकते हो. शराब को महंगे कर सकते हो. उसकी प्रक्रिया जटिल कर सकते हो, जिससे खुद ब खुद लोग पीने से कतराने लगे, लेकिन एकाएक शराब पूरी तरह बंद कर देना यह पूरी तरह गलत था. जिसका खामियाजा बिहार के लोग भुगत रहे हैं.
जहरीली शराब पीने से 27 लोगों की मौत
आपको बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जहरीली शराब पीने से सिवान, छपरा और गोपालगंज में कुल 27 लोगों की मौत हो गई है. जबकि तीनों जगहों पर कई लोगों का इलाज भी चल रहा है. मरने वालों में गोपालगंज के दो, छपरा के पांच और सिवान के 20 लोग शामिल हैं. कई लोगों के आखों की रोशनीन भी चली गई है. पीड़ितों का इलाज स्थानीय अस्पताल और गोरखपुर मेडिल कॉलेज में चल रहा है. कुछ लोगों को पीएमसीएच भी भेजा गया है. स्वास्थ महकमे की टीम को अलर्ट किया गया है. वहीं सरकार पर विपक्ष पूरी तरह हमलावर है.