(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar News: 'PK का असली चेहरा...', जन सुराज की बैठक में हुआ हंगामा तो टूट पड़ीं पार्टियां, सबने खूब सुनाया
Prashant Kishor: जन सुराज की बैठक में हंगामे को लेकर प्रशांत किशोर पर सभी पार्टियों ने निशाना साधा है. बिहार की तमाम बड़ी पार्टियों ने चुटकी ली और कहा आगे देखिए क्या होता है.
Ruckus In Jan Suraaj Meeting: गया के दो विधानसभा क्षेत्रों बेलागंज और इमामगंज में उपचुनाव को लेकर प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने शुक्रवार को बैठक में प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा की. प्रशांत किशोर ने जैसे ही संभावित प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की और एक उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगाई, वहां मौजूद दो प्रत्याशियों के बीच हंगामा शुरू हो गया. इस पर प्रशांत किशोर नाराज दिखे और उन्होंने नारा लगाने वालों से कहा शांत बैठ जाओ, नारे लगाओगे तो गर्दन कट जाएगी. इस हंगामे पर बिहार की तमाम बड़ी पार्टियों ने चुटकी ली और प्रशांत किशोर पर निशाना साधा.
प्रशांत किशोर पर जेडीयू का हमला
जेडीयू नेता अरविंद निषाद ने प्रशांत किशोर पर हमला करते हुए कहा कि गया के बेलागंज उपचुनाव के लिए उम्मीदवार चयन करने में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ा. आपके सभा में कुर्सियां चलीं. तय उम्मीदवार के खिलाफ लोगों ने जमकर के नारे लगाए. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उम्मीदवारी चयन में अभी तो इनका यह हाल हुआ है. जब आगे बिहार में यह शराबबंदी के खिलाफ अभियान चलाएंगे, तो जनता इनका क्या हाल करेगी. ये तो बिहार की जनता ही बताएगी.
बीजेपी नेता ने दी पीके को ये सलाह
वहीं, बीजेपी नेता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार की राजनीति प्रशांत किशोर के बस की बात नहीं है. गया में जो उनकी छोटी सी मीटिंग चल रही थी, मीटिंग में जो घटना घटी आपको पता चल गया होगा यह बिहार की जनता है. जबरदस्ती इन पर कुछ थोपा नहीं जा सकता. राजनीति में धमकी भरी भाषा प्रयोग नहीं करनी चाहिए. यह कौन सी भाषा हुई, जिसमें आप कह रहे हैं आप दबाव नहीं बना सकते, बोलोगे तो कट जाओगे. राजनीति जीवन में इस तरीके के भाषा का प्रयोग करने से बचना चाहिए. आप अहंकार में ऐसी भाषा का प्रयोग कर रहे हैं. अहंकारी का नाश सबसे पहले होता है. जैसे रावण का नाश हुआ था.
पीके पर आरेजडी ने कसा तंज
इस मामले पर आरजेडी भी पीछे नहीं रही. आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कुछ लोग शोर मचा रहे थे और बिहार के राजनीति में उनको अपनी हैसियत पता चल गई. अभी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होते ही जिस तरह से कुर्सियां चली नारे लगे, भगदड़ की स्थिति हुई अब उनको पता चल रहा है. यह बिहार की धरती है, यहां पर बिहार की जनता राजनीतिक रूप से जागरूक रहती है. यह राजनीति में शोर मचाने आए थे. बीजेपी की बी टीम बनकर वोट कटवा का काम करने के लिए जनता ने असली चेहरा उनका देख लिया. अभी तो एक दो उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया तो यह स्थिति है. अभी जनता के बीच में जाएंगे तो पता चल जाएगा, राजनीतिक हैसियत क्या है?
कांग्रेस नेता ने कहा कहा?
वहीं कांग्रेस नेता राजेश राठौर ने कहा कि यह तो तय है कि इंडिया और एनडीए से रिजेक्टेड व्यक्ति को ही प्रशांत किशोर उम्मीदवार बनाएंगे. प्रशांत किशोर ने नेतागिरी अभी शुरू की है, पहले दूसरे दलों में मुंशीगिरी करते थे. एक सीट पर उम्मीदवार उतारने में उनके पसीने छूट रहे हैं. अभी तो उपचुनाव है. अगले साल विधानसभा चुनाव के बाद प्रशांत किशोर का नामो निशान मिट जाएगा. राज मिस्त्री से घर बनवाना और अपना घर बनाने में बहुत फर्क होता है. कभी-कभी जांघ पर ताली खूब बजती है लेकिन तबले पर सुर बदल जाता है. हम लोग प्रशांत किशोर को शुभकामना देते हैं. यह शुभकामना कितना काम देगा. यह वक्त तय करेगा.
ये भी पढ़ेंः Prashant Kishor: गया में प्रशांत किशोर की सभा में हुआ बवाल, PK बोले- नारा लगाओगे तो कट जाएगा गर्दन