JDU Leaders Flagged Off Chariot: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब महज 10 महीने बाकी रह गए हैं तो सभी पार्टियों की तैयारी भी चरम पर है. महागठबंधन से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार के जिलों में यात्रा पर है और इस बीच जनता से नए-नए वादे भी कर रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू उनके मंसूबे को आगे बढ़ाने में जुटी है.
पार्टी सरकार के कामों के बारे में जनता को बताएगी
पहले चर्चा हुई कि नीतीश कुमार महिला संवाद यात्रा पर निकलेंगे तो तेजस्वी यादव ने 'माई बहिन मान योजना' के तहत 2500 रुपये देने की घोषणा करके महिलाओं को लुभाने का प्रयास किया. नीतीश कुमार की यात्रा तो नहीं निकली. अब वह सोमवार से प्रगति यात्रा पर निकलेंगे. परंतु उससे पहले जेडीयू ने सभी विधानसभा में रथ दौड़ाने शुरू कर दिए हैं और रथ के जरिए पार्टी अपने सरकार के कामों के बारे में जनता को बताएगी.
सीएम नीतीश की यात्रा के पहले आज रविवार को जेडीयू ने दो रथों को रवाना किया, जिसमें महिला प्रकोष्ठ की ओर से नारी शक्ति और अति पिछड़ा प्रकोष्ठ से कर्पूरी रथ को रवाना किया गया. नारी शक्ति रथ में महिलाओं के जरिए सरकार के किए गए कामों के बारे में रथ के में लिखा गया है, तो कर्पूरी रथ में अति पिछड़ा के लिए जितने काम हुए हैं, उस योजना के बारे में रथ पर लिखकर बताया गया है. ये रथ सभी विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण कर आम लोगों को सीएम नीतीश के जरिए चलाई गई योजनाओं की जानकारी देगा.
जेडीयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने हरी झंडी दिखाकर दोनों रथ को रवाना किया. मीडिया से बातचीत करते हुए कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बहुत बड़ा योगदान महिला सशक्तिकरण और अति पिछड़ा को ताकत देने में है. जब सरकार बनी थी तो महिला को 50% आरक्षण, शिक्षा पर काम, नौकरी में रिजर्वेशन यह सारा काम पिछले 18 से19 साल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुआ है. बिहार में पिछड़ा, अतिपिछड़ा को पंचायत में आरक्षण नहीं था, जो 2006 से आरक्षण देने का काम नीतीश कुमार ने किया.
महिला और अति पिछड़ा वोटरों के साधने की कोशिश
उन्होंने कहा कि अतिपिछड़ा के लिए कर्पूरी छात्रावास से लेकर अन्य सुविधा देने का काम नीतीश कुमार ने दिया. यह दोनों रथ निकाला गया है, जो पूरे प्रदेश में घूमेगा और मुख्यमंत्री के जरिए किए गए कार्य को बताने का काम करेगा. बता दें कि जातीय गणना की सर्वे के अनुसार बिहार में करीब 36 प्रतिशत अति पिछड़ा हैं तो पूरी महिला की आबादी करीब 48% हैं. माना जाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ये कोर वोटर है. ऐसे में अब रथ निकाल कर जेडीयू अपने मुख्य वोटरों को साधने की तैयारी में जुट गई है.
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