पटना: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और जेडीयू नेता मदन सहनी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि मल्लाह निषाद और नोनिया जाति के लोगों की आर्थिक, राजनैतिक, शैक्षणिक और रोजगार में पिछड़ेपन को देखते हुए उन्हें अनुसूचित जनजाति घोषत किया जाए. इस बाबत उन्होंने भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय को पत्र लिखा है.


जेडीयू नेता ने आवास पर की बैठक


जेडीयू विधायक मदन सहनी ने शुक्रवार को इस मांग को लेकर पटना स्थित आवास पर मल्लाह निषाद और नोनिया जाति के एक समूह के बैठक की. बैठक में उन्होंने इस विषय पर चर्चा की. बात दें कि उन्होंने अपनी इस मांग को पूरी करवाने के लिए पद यात्रा निकालने की भी बात कही है. पहले चरण में ये यात्रा मोतिहारी के केसरिया से शुरू होकर मुज़फ्फरपुर, वैशाली होते हुए पटना पहुंचेगी.


पहले भी लिख चुके हैं पत्र


इस बात की जानकारी देते हुए उन्होंने एबीपी न्यूज़ को बताया कि पूर्व में भी उन्होंने ने केंद्र सरकार को मल्लाह निषाद और नोनिया जाति को अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने की मांग को लेकर पत्र लिखा था. हालांकि, उनकी ये मांग अब तक मानी नहीं गयी है. ऐसे में वो फिर से इस समाज के लिए अपनी आवाज़ उठाने का काम करेंगे.


मांग पूरी नहीं होने पर निकलेंगे पद यात्रा


उन्होंने कहा कि इस बार अगर ये मांग पूरी नहीं होती है, तो दूसरे चरण की में भी यात्रा निकालने की योजना है. पहले चरण में हम बिहार के मोतिहारी से पद यात्रा शुरू करेंगे. गौरतलब है कि मल्लाह निषाद और नोनिया जाति में केवट, बिंद, बेलदार, चाय, तीयर, खुलवाट, सुरहिया, गोढ़ी और वनपर जैसी उपजातियां शामिल हैं.


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