मुंगेर: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत के बाद भारतीय मूल के लोगों की चिंता बढ़ गई है. सभी यूक्रेन में फंसे अपने परिजन और बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. जानकारी अनुसार बिहार के अलग-अलग जिलों के कई बच्चे जो मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गए थे, वो युद्ध के बीच वहां फंस गए हैं. इन्हीं बच्चों में से एक है मुंगेर के तारापुर विधानसभा से जेडीयू विधायक राजीव सिंह (JDU MLA Rajeev Singh) की बेटी रीमा सिंह. मिली जानकारी अनुसार रीमा तीन महीने पहले ही डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गई थी.


डॉक्टर बनना चाहती थी बेटी


रीमा एमबीबीएस फर्स्ट इयर की छात्रा है और यूक्रेन के वुकोमोनिया विश्विविद्यालय में पढ़ाई कर रही है. विधायक राजीव सिंह ने कहा, " मेरी बेटी रीमा डॉक्टर बनना चाहती है. इसलिए उसे पढ़ाई के लिए यूक्रेन भेजा था. लेकिन वहां युद्ध की शुरुआत हो गई है. इस बात से हम काफी सहम गए हैं. बेटी से वहां के हालात की जानकारी मिल रही है."


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विधायक ने कहा, " बेटी ने बताया है कि भारत सरकार सभी भारतियों को वहां से निकालने के लिए प्रयास कर रही है." ऐसे में हमें पूर्ण विश्वास है भारत सरकार यूक्रेन में जितने भी भारतीय फंसे हैं, उनको सुरक्षित भारत लेकर आएगी. बता दें कि रूस और यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत के बाद बिहार के कई लोगों की चिंतित हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि बिहार के कई जिलों के बच्चे यूक्रेन में फंस गए हैं. मेडिकल की पढ़ाई करने गए ये बच्चे लगातार धमाके की वजह से दहशत में हैं और परिजनों को कॉल कर स्थिति की जानकारी देते हुए घर वापसी की गुहार लगा रहे हैं. इधर, परिजन भी बच्चों के मायूस चेहरे को देखकर उदास हैं और राज्य व केंद्र सरकार से बच्चों की सकुशल वापसी की मांग कर रहे हैं.


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