Bihar Politics: 'लालू यादव पटना के सबसे बड़े जमींदार, जमीन के लिए अपनों को भी नहीं छोड़ा', जेडीयू MLC का आरोप
Land For Jobs Case: एमएलसी नीरज कुमार ने लालू यादव पर एक बार फिर जोरदार हमला बोला है. कहा जमीन के लिए लालू यादव ने अपने सगे संबंधियों को भी ठगा है. इसे लेकर उन्होंने तेजस्वी यादव से सवाल पूछे हैं.
Neeraj Kumar On Land For Job: लालू यादव और उनका पूरा परिवार जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी और सीबीआई के निशाने पर है. आए दिन कोर्ट के चक्कर काटने पड़ते हैं. अब उनकी मुसीबतें और बढ़ने वाली हैं. "अब तक तो सिर्फ दूसरों से ही जमीन लेने की बात थी अब तो अपनों से भी जमीन के बदले नौकरी देने की बात सामने आई है. नौकरी देने की बात करने वालों ने तो अपने सगे संबंधियों को भी नहीं बख्शा". ये कहना है जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार (Neeraj Kumar) का, जिन्होंने ऐन चुनाव के समय लालू यादव की दुखती रग पर हाथ रख दिया है.
नौकरी के बदले जमीन लेने के नए मामला का खुलासा
जेडीयू प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने लालू प्रसाद यादव और फैमिली पर नौकरी के बदले जमीन लेने के एक नए मामला का खुलासा किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अभी तक तो आम लोगों से नौकरी के बदले जमीन लेने का मामला सामने आया था, लेकिन लालू प्रसाद यादव ने तो अपनों को भी नहीं छोड़ा है. उन्होंने अपने बड़े भाई स्वर्गीय मंगरु यादव के पुत्र रामाशंकर यादव, त्रिवेदी यादव, कमल यादव और श्याम यादव के उनके पोते और पोती को रेलवे में नौकरी देने के बदले अपने गांव फुलवरिया में अपने परिवार से चार कट्ठा 5 धुर जमीन लिखवाया है.
नीरज ने बताया कि राबड़ी देवी ने अपने मायके में अपने चाचा नाता चौधरी के बेटा से दो कट्ठा जमीन मात्र 24000 में लिखवा लिया. जबकि वही दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में उनके बड़े भाई स्वर्गीय गुंजन यादव उनके पुत्र रामानंद यादव और पुत्रवधू गुंजन यादव को मेधा पर कार्यपालक सहायक में नौकरी मिली उनसे कोई जमीन नहीं लिया गया.
नीरज कुमार ने कहा, "तेजस्वी यादव जी लगातार रोजगार की बात कर रहे हैं. मैंने आईना दिखाया कि तेजस्वी यादव जी आपके चाचा स्वर्गीय मंगरु यादव के परिजन को जब नौकरी मिली तो आपके पिता ने उनसे 4 कट्ठा आठ दूर जमीन लिखवा लिया. आपके ननिहाल में आपकी मां के चाचा नाटा चौधरी के परिजन को नौकरी मिली उनसे दो कट्ठा जमीन लिखवा लिया. उनके बेटा को नौकरी लगी तो लालू जी जमीन लिखवा लिए. लेकिन माननीय नीतीश कुमार जी के शासनकाल में आपके चाचा के पुत्रवधू को कार्यपालक सहायक की नौकरी लगी तो उनको कोई जमीन नहीं लिखना पड़ा न कोई भ्रष्टाचार हुआ. यही अंतर है. हम नौकरी देते हैं भ्रष्टाचार रहित और आप नौकरी देते हैं तो जमीन लिखवा लेते हैं."
लालू यादव पर लगाया अपनों को ठगने का आरोप
एबीपी न्यूज से बात करते हुए नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव पटना के सबसे बड़े जमींदार हैं. इनके पास सिर्फ पटना में 43 बीघा 12 कट्ठा जमीन है. जिसका कुल मूल्य है 486 करोड़ रुपया है, और ऐसे लोग सामाजिक न्याय की बात करते हैं. राबड़ी देवी पर बोले उन्होंने कहा कि महिला अपने नैहर में जमीन लिखवाती है, इन्होंने अपने परिजन से 2 कट्ठा जमीन लिखवा लिया 24000 रुपये में.
नीरज कुमार ने कहा कि इससे बड़ा फर्जीवाड़ा नहीं हो सकता कि तेजस्वी यादव के उपनाम तरुण यादव के नाम पर जमीन लिखवाई गई. उनकी कोई बेटी धन्नू है, मैं नहीं जानता उनके नाम पर 5 कट्ठा जमीन दानापुर में लिखवाई गई है. पाटलिपुत्र से राजद प्रत्याशी और लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती की दो बेटियों का नाम लेते हुए कहा कि दुर्गा भारती और गौरी भारती जो नाबालिग हैं, उनके नाम पर भी इन लोगों ने जमीन लिखवाई है. जनता को जानना चाहिए कि कैसे सामाजिक न्याय का ढोंग करने वाले लोग अपने सगे को भी ठग रहे हैं.