Rajiv Ranjan Prasad On Tejashwi Yadav: जेडीयू के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने तेजस्वी यादव की सीएम से मुलाकात की असल वजह बता दी है. उन्होंने कहा कि मुलाकात को सियासी चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. कुछ संवैधानिक प्रक्रियाएं हैं. कुछ ऐसी नियुक्तियां होती हैं, जिसमें नेता प्रतिपक्ष सीएम से मिलकर अपनी राय देते हैं, सहमति देते हैं. उसको लेकर यह बैठक हुई थी. 


मुलाकात के बाद सियासी हलचल तेज 


दरअसल सीएम नीतीश से मंगलवार को तेजस्वी यादव मिले थे, जिसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. इसी बीच आरजेडी में बड़ी बैठक हुई है. तेजस्वी ने विधायकों सांसदों विधान पार्षदों जिलाध्यक्षों के साथ बैठक की है. 10 अगस्त में यात्रा पर तेजस्वी निकल रहे हैं. पूरे बिहार का दौरा करेंगे. बूथ, पंचायत स्तर पर कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे. यात्रा को लेकर बैठक हुई है. संगठन की मजबूती, संगठन के विस्तार पर मंथन हुआ है.


यात्रा में बताया जाएगा कि बिहार में महागठबंधन सरकार में जातीय गणना हुई थी. आरक्षण का दायरा बढ़ाया गया था. 50 से 65 % किया गया था. पटना हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया. इसको संविधान की नौवीं अनुसूची में डालने की मांग की जाएगी. राष्ट्रीय स्तर पर जातीय गणना हो इसकी मांग की जाएगी, लेकिन जिस तरह लंबे समय बाद नीतीश कुमार से तेजस्वी यादव मिले हैं, इसके बाद से कयासों का दौर जारी है.


तेजस्वी की यात्रा को लेकर क्या बोले जेडीयू प्रवक्ता?


वहीं राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव 10 तारीख से यात्रा पर निकल रहे हैं. उसके नाम पर बैठक कर लोगों को बरगला रहे हैं. जिन मुद्दों की चर्चा अब कर रहे हैं. उस पर कहना चाहता हूं कि आरजेडी के शासनकाल में जातीय गणना क्यों नहीं हुई थी. पंचायत स्तर तक पर आरक्षण यह लोग नहीं दे पाए थे. उस समय आरक्षण का दायरा क्यों नहीं बढ़ाया गया था? लालू यादव ने सिर्फ अपने परिवार के सशक्तिकरण के लिए काम किया. गरीब तबके के लिए कुछ नहीं किया. आरजेडी का शासनकाल सिर्फ जंगलराज के लिए याद किया जाता है. तेजस्वी हमेशा विदेश एवं पर्यटन स्थलों की यात्रा पर रहते हैं. जनता के बीच भी उनको जाना चाहिए. 


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