पटना: पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में आयोजित महागठबंधन की रैली में नीतीश कुमार खूब बरसे. उन्होंने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में लाखों की संख्या में लोग उपस्थित हैं. महागठबंधन दल ने तय किया कि हम लोग एक साथ की सभा पूर्णिया में शुरू करेंगे. दिल्ली में जो दो लोग नेता कहलाते हैं, एक पीएम और एक गृह मंत्री ने यहां आकर भाषण दिया था. क्या क्या बोल रहे थे? ये क्या देश की आजादी को जानते हैं. अभी इन लोगों ने कमान संभाली है.


मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैं उनको छोड़कर इधर आया तो देश भर के हर राज्य से विभिन्न पार्टियों ने फोन करके धन्यवाद दिया और एकजुट रहने के लिए कहा है. अब मैं कांग्रेस का वेट कर रहा. उनको बोला है कि साल 2024 का चुनाव होगा तो 100 सीट भी उनको (बीजेपी) को नहीं मिलेगी. सब एकजुट हो जाएंगे तो बहुत बड़ी चीज होगी. मैं इसी का इंतजार कर रहा था.


मांझी को अपनी तरफ करने में लगी बीजेपी


आगे कहा कि साल 2024 में जो चुनाव होगा उसमें पता चल जाएगा कि ये किस पार्टी से किसे कहां ले जाते हैं. अभी उनको हमारे खिलाफ जो बोलना है, बोलते रहें. कहा कि वो बोलते हैं कि मैंने जीतन राम मांझी को धोखा दिया. मैंने ही उनको मुख्यमंत्री बनाया था तो क्या धोखा दिया? बीजेपी अब जीतन राम मांझी को अपनी तरफ करने में लगी है. बीजेपी जानती है कि मांझी इधर उधर नहीं जाएंगे. इनका जो मन में आया बोलते रहते हैं. नीतीश ने कहा कि बिहार के विकास के लिए कोई काम किया है क्या?


बीजेपी ने बिहार के लिए कुछ नहीं किया


बोले कि इन लोगों ने 2015 में घोषणा की थी जब शुरू में हम एक साथ थे, तब कहा था कि हम बिहार की मदद करेंगे. आज तक कुछ नहीं किया जो केंद्र की योजनाएं है, जो हर राज्य में उनको करना है, यही उनकी मदद है. बिहार के लिए कुछ नहीं कर रहे. आठ साल में केंद्र की तरफ से मात्र 69 लाख मिला है. करोड़ों मिलने थे. पूर्णिया में एयरपोर्ट बनना था. मैं कितनी बार आया, लेकिन नहीं बना. आज तक कुछ नहीं किया. हम जमीन देने के लिए तैयार हैं. वो कुछ शुरू नहीं कर रहे. बस आकर उनको बोलना है, करना कुछ नहीं है. 


सात दल एकजुट होकर बीजेपी का सफाया करेंगे


आगे कहा कि जब कुछ नहीं मिल रहा जो काम राज्य सरकार कर रही उसके लिए कितनी मैंने मीटिंग की, उन्होंने आज तक कुछ नहीं किया है. वो बोलते रहते हैं. करना किसको है जी, उनको ही करना है. हमलोगों की तरफ से बिहार की विकास के लिए एक एक काम कर रहे. तेजस्वी बोले हैं विकास का काम चलता रहेगा और हर काम का देख रेख जारी रहेगा. सात पार्टी एक साथ हैं. इनको बता दिया कि 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे. आगे काम करने का मौका मिले, ये हमारा लक्ष्य है.


कहा कि सभी पार्टी के लोग जान लें कि हम तो इनके साथ हो गए थे, लेकिन अटल जी मदद करते थे. 2013 में मैंने कहा कि अटल जी बीमार हैं तो आडवाणी जी को करो तो वो मानें नहीं. किसी और को बना दिया तो हम उनसे अलग हो गए.  कहा कि मेरी एक ही ख्वाहिश है कि बीजेपी को मात देना है. हम लोग एकजुट हो जाएं. बिहार में चुनाव होगा तो उनको कुछ नहीं मिलने वाला है.


अपने ही लोगों को नहीं करते याद


नीतीश बोले कि ये तो बीजेपी वाले अपने नेताओं को ही नहीं याद करते. अटल जी, अरुण जेटली, आडवाणी, किसी का नाम नहीं लेते हैं. ये किसी के नहीं हैं. इनके पास अनुभव नहीं है. मेरे बारे में कहते हैं कि जॉर्ज फर्नांडिस को धोखा दिया. अब ये कैसे कह सकते. हम तो उस वक्त जनता दल में ही थे तो कैसे धोखा दिया?  ये जो उन्होंने कहा कि हम उनके खिलाफ हैं, हम तो उनके ही साथ थे.


हंगामा कर रहे अभ्यर्थियों को लगाई फटकार


नीतीश ने ये भी कहा कि जब वो अलग हुए थे तो उनको फोन आया था, लेकिन मैंने कहा था कि नहीं मैं बात नहीं करूंगा. वहीं रैली में कुछ शिक्षक अभ्यर्थी हंगामा कर रहे थे तो नीतीश भड़क गए. नीतीश ने कहा कि किसके बहकावे में आ गए हो? यहां हल्ला मत करो. तुम लोग की मदद करेंगे. शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है. बिहार में बड़े पैमाने पर नियुक्ति होने वाली है.


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