Jehanabad Stampede: 'श्रद्धालुओं की धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने...', पीड़ितों की जुबानी भगदड़ की कहानी
Siddheshwar Nath Mandir: घायलों ने बताया कि श्रद्धालुओं में धक्का-मुक्की होने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और भगदड़ मच गई. प्रशासन की लापरवाही के कारण यह घटना हुई है.
Stampede In Siddheshwar Nath Temple: जहानाबाद में सावन की चौथी सोमवारी पर बड़ा हादसा हो गया. जिले के सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में सोमवार सुबह भगदड़ मच गई, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई. कई लोग घायल हुए हैं. घायलों को जहानाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. घायलों और परिजनों ने एबीपी न्यूज से पूरी घटना पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने बताया कि मंदिर के बाहर लंबी लाइन लगी हुई थी. भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए सब कोई जल्दबाजी में था. इसी दौरान श्रद्धालुओं में धक्का-मुक्की शुरू हो गई.
घटना को लेकर क्या बोले घायल और परिजन?
अस्पताल में मौजूद घायलों ने बताया कि श्रद्धालुओं में धक्का-मुक्की होने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और भगदड़ मच गई. प्रशासन की लापरवाही के कारण यह घटना हुई है. काफी कम संख्या में पुलिसकर्मी वहां मौजूद थे. क्षमता से ज्यादा लोगों को लाइन में लगा दिया गया था. जो व्यवस्था होनी चाहिए थी वह नहीं थी. कुछ परिजनों का कहना है कि एनसीसी के जवान ज्यादा थे. वही स्थिति को कंट्रोल करने में जुटे थे. प्रशासन की तरफ से जरूरत के मुताबिक पुलिस बल की तैनाती नहीं की गई थी.
ज्यादा हो गई थी मंदिर में भक्तों की भीड़
दरअसल सावन का सोमवार होने की वजह से मंदिर में भक्तों की भीड़ ज्यादा जमा हुई थी. जलाभिषेक के लिए मंदिर के बाहर भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई थी. पहाड़ पर आने और जाने के लिए एक सीढ़ी बनी हुई है. इसी दौरान मंदिर में जाने वाले रास्ते पर भगदड़ मच गई और एक दूसरे पर गिरते भागते हुए लोग दब गए, जिस वजह से सात लोगों की मौत हो गई.
डीएम के अनुसार अब स्थिति नियंत्रण में है. भगदड़ मचने की खबर मिलते ही जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए और हालात का जायजा लिया. कई घायलों का इलाज अभी भी अस्पताल में चल रहा है. मृतकों के परिजन को मुआवजा दिया गया है. साथ ही घटना की जांच के लिए एक जांच टीम भी बनाई गई है, जो पूरे मामले की तफ्तीश के बाद अपनी जांच रिपोर्ट आला अधिकारी को सौंपेगी.