Bihar: जीतन राम मांझी ने फिर कहा- जरूरत पड़ी तो हम BJP के साथ जाएंगे, बोले- महागठबंधन में बने समन्वय कमेटी
Jeetan Ram Manjhi: जीतन राम मांझी ने कहा कि तेजस्वी की भविष्य को लेकर मुख्यमंत्री ने उनसे कोई बातचीत नहीं की. वहीं उपचुनाव पर कहा कि मुकाबला टफ है, लेकिन आरजेडी की जीत तय है.
पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा(हम) प्रमुख जीतन राम मांझी (Jeetan Ram Manjhi) ने अपने बयान से फिर हलचल पैदा की है. पहले से ही वह आरजेडी के चुनाव प्रचार से दूर रह रहे थे. मंगलवार को उन्होंने कहा है कि हम किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं. आज महागठबंधन के साथ हैं. अगर आगे बीजेपी के साथी के तौर पर हमारी जरूरत पड़ी तो हम जाएंगे. इसके अलावा कहा कि तेजस्वी (Tejashwi Yadav) के भविष्य के बारे में मुख्यमंत्री नीतीश (CM Nitish Kumar) ने उनसे कोई बातचीत नहीं की है. वहीं उन्होंने महागठबंधन में समन्वय कमेटी बनाने की बात कही है.
पिछले महीने भी बीजेपी के साथ जाने को लेकर कहा था
जीतन राम मांझी ने इसके पहले भी पिछले महीने गया स्थित अपने आवास पर ये बयान दिया था कि अगर फिर से नीतीश कुमार बीजेपी के साथ जाते हैं तो वो इसका स्वागत करेंगे. वह बिहार हित के लिए उनके साथ जरूर जाएंगे. वहीं आज फिर मांझी ने ऐसा ही कुछ कहा है. कुछ समय पहले नीतीश कुमार के फिर से बीजेपी में जाने को लेकर बयानबाजी भी चल रही थी. हालांकि उसे खुद मुख्यमंत्री ने खारिज कर दिया था.
समन्वय कमेटी बनाने की कही बात
वहीं मांझी ने महागठबंधन में समन्वय कमेटी बनाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में समन्वय कमेटी बनना चाहिए. अभी तक समन्वय कमेटी नहीं बनाया गया है. इधर, सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश ने तेजस्वी यादव की ओर इशारा करते हुए कहा था कि इसको आगे बढ़ाना है. इस पर मांझी ने कहा कि अभी तक मुख्यमंत्री ने उनसे तेजस्वी के भविष्य को लेकर कोई बात नहीं की है.
उपचुनाव को लेकर बोले मांझी
बिहार में दो सीटों पर तीन नवंबर को उपचुनाव है. इसमें भी जीतन राम मांझी ने आरजेडी की जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि मोकामा में चुनाव थोड़ा मुश्किल जरूर हो सकता, लेकिन जीतना तो हम लोगों का तय है. वहीं गोपालगंज उपचुनाव पर कहा कि गोपालगंज में बसपा का प्रत्याशी होने से ये उपचुनाव हमारे लिए टफ होगा. हालांकि बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश के साथ साथ जीतन राम मांझी ने भी चुनाव प्रचार में दूरी बनाकर रखी. इसके लिए जीतन राम मांझी ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है.