पटना : पीएमसीएच, एनएमसीएच समेत राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल नौवें दिन भी जारी है. कल (बुधवार) स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों और जूनियर डॉक्टरों के बीच कोई वार्ता नहीं हो सकी. हालांकि देर शाम जेडीए के प्रेसिडेंट ने मीडिया को जानकारी दी कि स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के बाद हमारा प्रतिनिधिमंडल आज (गुरुवार) स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत से मिलने जाएगें तब तक हड़ताल जारी रहेगी.
माना जा रहा है कि आज होने वाली वार्ता के बाद कोई समाधान निकल सकता है इधर पीएमसीएच के अधीक्षक और आईएमए बिहार के अध्यक्ष डॉ बी के कारक ने कहा है कि सरकार जूनियर डॉक्टरों पर जो भी कार्रवाई करेगी, हम उसे मानेंगे. प्राचार्य द्वारा भी अगर सख्त कार्रवाई की जाती है, तो उसे भी मेरा समर्थन रहेगा. बता दें कि स्टाइपेंड बढ़ाए जाने की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल लगातार जारी है.
अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था चरमराई
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के कारण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में इलाज की पूरी व्यवस्था चरमरा गई है. इन मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में इलाज नहीं मिलने से हर रोज बड़ी संख्या में मरीज निराश होकर निजी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं. पीएमसीएच का हाल यह है कि इसकी इमरजेंसी में जरूरत से काफी कम डॉक्टर हैं. ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइनें लग रही हैं. वार्डों में भर्ती मरीजों के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि डॉक्टर ढूंढ़ने से भी नहीं मिल रहे और उनके मरीज का इलाज बाधित हो रहा है. कई मरीजों की मौत समय से बेहतर इलाज नहीं मिलने के कारण हो चुकी है कुछ ऐसी स्थिति राज्य के दूसरे मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की भी है.