बिहार: हिंदू संगठनों ने किसान आंदोलन के नेताओं का फूंका पुतला, दिल्ली में हुए उपद्रव को बताया वजह
किसान आंदोलन की आड़ में लाल किले पर असामाजिक तत्वों के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के अपमान किए जाने को लेकर शहीद चौक पर किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं का पुतला फूंका.
कटिहार: 26 जनवरी को किसान आंदोलन के आड़ में दिल्ली में हुए उपद्रव और लालकिला पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के हुए अपमान पर कटिहार में विरोध प्रदर्शन किया गया. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पूरे शहर में बाइक रैली निकाली और तथाकथित किसान आंदोलन की आड़ में लाल किले पर असामाजिक तत्वों के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के अपमान किये जाने को लेकर शहीद चौक पर किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं का पुतला फूंका.
कार्यकर्ताओं ने उपद्रव करने वाले वैसे लोगों को देशद्रोही और गद्दार बताते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की और केंद्र सरकार से आह्वान किया कि ऐसे तत्वों को चिन्हित कर उन पर कठोर कार्रवाई की जाय. इस विरोध जुलुस में शामिल बजरंज दल के कार्यकर्ता अनीश सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर जो राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया राष्ट्रीय पर्व का अपमान किया गया कि ऐसे देशद्रोहियों पर तुरंत कार्रवाई करे सरकार.
बजरंग दल के कार्यकर्ता पवन कुमार ने कहा कि जब पूरा देश गणतंत्र दिवस मना रहा था..देश के लाल किले में तिरंगा का अपमान किया गया. आज पुतला दहन के माध्यम से वैसे लोगों को संदेश दिया जा रहा है कि देश में राष्ट्रीय एकता-अखंडता का प्रतीक हमारा तिरंगा पर अगर किसी भी प्रकार का कोई राजनीति करता है या अपमान करता है तो वैसे लोगों को कठोर से कठोर सजा दी जाएगी और इसके लिए हम केंद्र सरकार से आह्वान करते हैं कि वैसे लोगों को चिन्हित कर उन पर कठोर से कठोर कारवाई की जाए.