औरंगाबाद: संपत्ति विवाद में हैवानियत की सारी हदें पार हुई औरंगाबाद के चरण में जहां दो परिवारों के बीच चल रहे संपत्ति विवाद का खामियाजा एक साल के मासूम बच्चे को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है. हत्या के लिए ऐसे तरीके का प्रयोग किया गया, जिसे सुनकर भी रोंगटे खड़े हो जाएंगें, किसी का भी दिल पसीज जाएगा.महज 1 साल के मासूम को मारने के लिए उसे शौचालय की टंकी में फेंक दिया गया है. फिलहाल पुलिस ने मासूम का शव बरामद कर लिया है. मृत बच्चे की पहचान चरण निवासी हरिओम सोनी के बेटे के रूप में की गई है.


प्राप्त जानकारी के अनुसार हरिओम सोनी के पिता ने अपनी सारी संपत्ति उसकी पत्नी के नाम से कर दी थी और इस बात को लेकर हरिओम सोनी के भाई से उनका विवाद चल रहा था. बुधवार की रात हरिओम सोनी की पत्नी और उसकी भाभी के बीच इस बात को लेकर तीखी बहस हुई थी.


बताते चलें कि चरण गांव के हरिओम सोनी का विवाद दस कट्ठे की जमीन को लेकर अपनी भाभी के साथ चल रहा था और इसको लेकर बराबर घर मे विवाद चल रहा था,क्योंकि हरिओम के पिता ने अपनी दस कट्ठे वाली जमीन के साथ साथ अपनी सारी संपत्ति बड़ी बहू के नाम लिख दी थी. शादी के बाद से हरिओम अपनी पत्नी के साथ मिलकर संपति के बंटवारे को लेकर अपने पिता पर दबाव बनाया करता था. मंगलवार को भी इसी विवाद के तहत हरिओम के ससुराल वाले चरण गांव आए हुए थे. इस झगड़े के बाद रात के अंधेरे में ही किसी समय बच्चे को उठाकर शौचालय की टंकी में फेंक दिया गया. बच्चे की मां ने उसे खोजना शुरू किया तो वह नहीं मिला. बच्चे के बंद घर से गायब होने के बाद रात में घर में चीख पुकार मच गई.


सुबह होते हीं चीख-पुकार सुनकर लोगों की भीड़ जुटने लगी. इसी बीच किसी तरह से परिजनों को पता चला कि बच्चे को शौचालय की टंकी में फेंक दिया गया है.घटना की सूचना मिलते हीं माली थाना पुलिस भी वहां पहुंच गई और ग्रामीणों की मौजूदगी में शौचालय की टंकी में एक व्यक्ति को उतारा गया, जहां से बच्चे क शव बरामद हुआ. फिलहाल शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है.


इस मामले में हरिओम के ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा मासूम की हत्या का आरोप बड़े भाई की पत्नी एवं उनकी दो बच्चियों पर लगाया है जिन्हें पुलिस गिरफ्तार कर कोर्ट में लाई है.एसपी सुधीर पोरिका ने बताया कि मामले में बच्चे की माँ के द्वारा दर्ज प्राथमिकी में चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और इसकी जांच की जिम्मेवारी सदर एसडीपीओ अनूप कुमार को दी गयी है.