Araria Bridge collapsed: अररिया के सिकटी में निर्माणाधीन पुल के गिरने के बाद भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष टीटू बड़वाल ने बुधवार (19 जून) को बड़ा बयान दिया है. टीटू बड़वाल ने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग पूरी तरह भ्रष्ट हो चुका है. उन्होंने कहा कि इस विभाग के खिलाफ इतने सबूत है कि गिनते-गिनते लोग थक जाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि पुल गिरने को लेकर जितना जिम्मेदार संवेदक है, उससे कहीं अधिक जिम्मेदार विभाग के अधिकारी है.
बीजेपी नेता ने का क्या है आरोप?
बीजेपी नेता ने बताया कि विभाग के जरिए रुपया लेकर ऐसे ठेकेदार को काम दे दिया जाता है, जिनके पास कार्य करने की न तो क्षमता होती है और न ही अनुभव होता है. बड़वाल ने आगे कहा कि अभियंता प्रमुख भगवत राम के कार्यों की जांच ईडी और सीबीआई से करवाने पर सारा पोल खुल जाएगा कि उन्होंने किस तरह नियमों को ताक पर रख कर काम दिया. बीजेपी नेता ने ये भी कहा कि ऐसे संवेदक जिनकी बिड कैपिसिटी मात्र 55 करोड़ रुपये है, लेकिन किशनगंज के अर्राबाड़ी में उन्हें 66 करोड़ से बनने वाले पुल का टेंडर दे दिया गया.
'कई अधिकारी इस मामले में फंसेंगे'
टीटू बड़वाल यहीं नहीं रुके और उन्होंने आगे कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग में लूट मचा हुआ है और हमारी मांग है कि पुल गिरने के मामले में संवेदक के साथ-साथ अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए, जो रुपया लेकर काम बांटते है. बड़वाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से वो मांग करते हैं कि ऐसे लोग जो रुपया लेकर काम बांट रहे है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. टीटू बड़वाल ने कहा कि अभी लोकसभा का चुनाव संपन्न हुआ है, जिसमे अरबों रुपये खर्च हुए हैं. आखिर वो रुपया कहां से आता है, अगर सही तरीके से जांच होगी तो कई अधिकारी इस मामले में फंसेंगे.
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