(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar News: जानिए कौन हैं अनिल हेगड़े? बिहार से राज्यसभा उपचुनाव के जेडीयू ने बनाया है उम्मीदवार
Anil Hegde JDU: सभी ये जानने के लिए उत्सुक हैं कि आखिर अनिल हेगड़े हैं कौन, जिनको जेडीयू ने राज्य सभा उम्मीदवार बनाया है.
Rajya Sabha Election: राज्यसभा सीट के लिए होने वाले उप चुनाव में जेडीयू ने बिहार से अनिल हेगड़े को अपनी पार्टी से उम्मीदवार बनाया है. महेंद्र प्रसाद यानी किंग महेंद्र के निधन से यह सीट खाली हुई थी. अनिल हेगड़े पर जेडीयू ने भरोसा जताया है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने अनिल हेगड़े की उम्मीदवारी की आधिकारिक तौर पर इसकी जानकारी दी है. बिहार में एक राज्यसभा सीट के लिए उपचुनाव 30 मई को होगा.
कौन हैं अनिल हेगड़े?
सभी ये जानने के लिए उत्सुक हैं कि आखिर अनिल हेगड़े हैं कौन, जिनको जेडीयू ने राज्य सभा उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि अनिल हेगड़े कर्नाटक के मैंगलोर के मूल निवासी हैं. उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है.
अनिल हेगड़े बहुत विनम्र और संगठनात्मक व्यक्ति
जदयू के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक अनिल हेगड़े बहुत विनम्र और संगठनात्मक व्यक्ति हैं जो दशकों से पार्टी के साथ काम कर रहे हैं. वह फिलहाल पटना में रह रहे हैं और पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं. जदयू नेता ने आगे कहा, जब पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव और नीतीश कुमार के बीच संगठनात्मक मामलों को लेकर मतभेद हुए थे, तो अनिल हेगड़े दृढ़ता से मुख्यमंत्री के साथ खड़े रहे. वर्तमान में अनिल हेगड़े जेडीयू के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी हैं. अनिल हेगड़े का राज्य सभा कार्यकाल अप्रैल 2024 तक होगा.
अनिल हेगड़े 38 साल से पार्टी के लिए काम
जेडीयू के उम्मीदवार अनिल हेगड़े 38 साल तक 24 घंटे पार्टी के लिए काम करते आ रहे हैं. अनिल हेगड़े ने कहा- "खुशी है कि पार्टी के कार्यकर्ता को मौका मिला है. सम्मान दिया है. मैंने पूरी जिंदगी में अभी तक कोई पद नहीं मांगा. पिछले छह साल से पार्टी का नेशनल रिटर्निंग ऑफिसर हूं. मैंने कभी नहीं कहा कि पद दीजिए. ये बनाइए वो बनाइए. मुझे लगता है कि इससे हर कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा."
कर्नाटक के रहने वाले हैं अनिल
अनिल हेगड़े ने कहा, "मैं कर्नाटक के पूर्वी जिला कुंडापुर ताल्लुक का वहां का रहने वाला हूं. एक किसान परिवार से आता हूं. मैं 1983-84 से राजनीति में हूं. वैसे उस जमाने में पार्टी का नाम जनता पार्टी होता था, जो बाद में वही पार्टी जनता दल बन गई. उसी जनता दल से हम लोग, मुख्यमंत्री जी (नीतीश कुमार), जॉर्ज फर्नांडीज के साथ हम लोग अलग हो कर समता पार्टी बनाए और यही पार्टी आगे चलकर जनता दल यूनाइटेड बन गया."
शुरु में चंद्रशेखर जी, जॉर्ज फर्नांडिस से प्रभावित थे
हेगड़े ने आगे कहा, शुरुआत के दिनों में हम चंद्रशेखर जी (पूर्व प्रधानमंत्री) से प्रभावित थे, जॉर्ज फर्नांडिस से प्रभावित थे. उन दिनों हम पार्टी में ट्रेनिंग कैंपस करते थे. चंद्रशेखर जी अपनी भारत यात्रा केंद्र में हम लोगों का प्रशिक्षण शिविर लगाते थे, जॉर्ज फर्नांडिस जैसे लोग रिसोर्स पर्सन होते थे. मधु दंडवते, रवि राय, सुरेंद्र मोहन, किशन पटनायक भी आते थे. इन्होंने आंदोलन शुरू किया जो डंकल प्रस्ताव हस्ताक्षर को रोकने के लिए शुरू किया था.
हेगड़े ने आगे कहा, "इस आदोलन में हर रोज पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में गिरफ्तारी हुई. यह जिम्मेदारी जार्ज फर्नांडीस ने मुझे दिया था और उसके कम से कम चार हजार बार गिरफ्तारी हमने दिया. एक बार 15 दिन इसी आंदोलन में तिहाड़ जेल में थे. यह आंदोलन शुरू हुआ तो उसके आठवें दिन दिल्ली के पत्रकार लोग भी गिरफ्तारी दीय. इसी आंदोलन के कुछ दिन में 94 में नीतीश कुमार जी ने साथ हम लोगों ने समता पार्टी बनाई. नीतीश कुमार के कारण ही जार्ज साहब भी पार्टी से अलग हो गए और समता पार्टी बनाई.ठ
गौरतलब है कि चुनाव आयोग के द्वारा उपचुनाव की अधिसूचना 12 मई को जारी की गई थी. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 मई है. मतदान 30 मई को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे के बीच होगा. मतदान होने के बाद उसी दिन मतगणना भी की जाएगी.