Sharda Sinha Death: पिता ने की थी 2 शादियां, 9 बच्चों में इकलौती बेटी थीं शारदा सिन्हा, अब मायके को लगा सदमा
Sharda Sinha Died: शारदा सिन्हा का अपने भाइयों से गहरा लगाव था और वे अपनी जड़ों को कभी नहीं भूलीं. हाल ही में अपने भाई के बेटे की शादी में शामिल हुई थीं.
Sharda Sinha Profile: सुपौल के राघोपुर प्रखंड के छोटे से गांव में जन्मीं प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा की कहानी संघर्ष, संगीत और परिवार के रिश्तों की मिसाल है. आज भी कई ऐसी बातें हैं जो लोग नहीं जानते हैं. उनके पिता सुखदेव ठाकुर का परिवार काफी बड़ा था. सुखदेव ठाकुर ने दो शादियां की थीं. दोनों पत्नी से उनके 9 बच्चे हुए जिसमें शारदा सिन्हा बहनों में इकलौती थीं.
पहली पत्नी से तीन बच्चे... दूसरी से पांच
बताया जाता है कि शारदा सिन्हा के पिता सुखदेव ठाकुर ने पहली शादी की तो उनके तीन बच्चे हुए. तीनों बेटे ही हुए. सबसे बड़े भुवनेश्वर शर्मा जो गांव में किसान के रूप में अपना जीवन यापन करते थे. दूसरे पुत्र चिरानंद शर्मा थे जो शिक्षा विभाग में कार्यरत रहे. वहीं तीसरे पुत्र मृत्युंजय शर्मा जो झारखंड सरकार में हेडमास्टर के पद पर कार्यरत रहे. किसी कारणवश सुखदेव ठाकुर की पहली पत्नी का निधन हो गया, जिसके बाद उन्होंने दूसरी शादी की.
दूसरी पत्नी से छह बच्चे हुए. पांच बेटे और एक बेटी जिसका नाम रखा गया शारदा. सबसे बड़े पुत्र शैलेंद्र शर्मा एनसीसी में ऑफिसर रहे जबकि आदित्य शर्मा ने शिक्षा विभाग में एरिया ऑफिसर के रूप में सेवा दी. तीसरे पुत्र रमाकांत शर्मा भारतीय सेना में कैप्टन के पद पर कार्यरत थे. इसके बाद परिवार की एक मात्र बहन शारदा सिन्हा का जन्म हुआ जिन्होंने संगीत को अपना करियर बनाया और देशभर में लोकप्रियता हासिल की.
शारदा सिन्हा के छोटे भाई हैं डॉक्टर
शारदा सिन्हा के छोटे भाई डॉ. पद्मनाभ शर्मा कोसी क्षेत्र के प्रमुख होम्योपैथिक चिकित्सक के रूप में प्रतिष्ठित हैं. सबसे छोटे भाई आलोक शर्मा भागलपुर मेडिकल कॉलेज में हेड ऑफ डिपार्टमेंट के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. बड़े भाई भुवनेश्वर शर्मा के निधन के बाद डॉ. पद्मनाभ शर्मा अपने गांव में ही रहते हैं और राघोपुर स्थित अपने क्लीनिक में लोगों की सेवा कर रहे हैं, जबकि अन्य भाई अपने-अपने कार्यस्थलों पर निवास करते हैं.
शारदा सिन्हा का अपने भाइयों से गहरा लगाव था और वे अपनी जड़ों को कभी नहीं भूलीं. हाल ही में अपने भाई के बेटे की शादी में शामिल होकर उन्होंने गांव के लोगों और परिवारजनों से मिलने की इच्छा जताई. उन्होंने अपने जाने के समय वादा किया कि वे दिसंबर में फिर वापस आएंगी लेकिन यह नहीं हो सका. शारदा सिन्हा के निधन के बाद उनके मायके वालों को भी बड़ा सदमा लगा है.
बता दें कि शारदा सिन्हा के 9 भाई-बहनों में सबसे बड़े वाले भाई का निधन हो चुका है. शारदा सिन्हा भाई-बहनों में सातवें नंबर पर थीं. उनके बाद दो और उनके छोटे भाई हैं.
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