Jammu-Kashmir के बांदीपोरा में बिहार के मजदूर की आतंकियों ने की हत्या, CM नीतीश ने किया मुआवजे का एलान
Terrorists killed Bihar Laborer In Jammu-Kashmir: मृतक अमरेज 10वीं पास करने के बाद तीन महीने पहले की काम करने के लिए जम्मू-कश्मीर गया था. उसको दो भाई वहां पहले से ही रजाई बुनने का काम करते थे.
![Jammu-Kashmir के बांदीपोरा में बिहार के मजदूर की आतंकियों ने की हत्या, CM नीतीश ने किया मुआवजे का एलान bihar labour shot dead by terrorists in Bandipora CM Nitish Kumar announces ex gratia Jammu-Kashmir के बांदीपोरा में बिहार के मजदूर की आतंकियों ने की हत्या, CM नीतीश ने किया मुआवजे का एलान](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/08/12/880ee727def8d8e1d3a06fce80e1d9c71660302011318129_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा (Bandipora) में आतंकवादियों ने बिहार के प्रवासी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी. मजदूर का नाम मोहम्मद अमरेज था जो मधेपुरा का रहने वाला था. हत्या की खबर मिलने के बाद उसके गांव कुमारखंड थाना क्षेत्र के बेसाढ़ पंचायत के वार्ड 5 में मातम पसर गया. हर कोई उसके परिजनों को ढांढस बंधाने उसके घर पहुंचा. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने शोक जताया और मुआवजे का एलान किया.
सीएम नीतीश कुमार ने किया मुआवजे का एलान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट किया, "जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकियों द्वारा बिहार के मो० अमरेज की गोली मारकर हत्या की घटना दुःखद. मृतक के निकटतम आश्रित को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2 लाख रू० दिए जाएंगे. श्रम संसाधन विभाग एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से नियमानुसार अन्य लाभ दिलाने का निर्देश दिया. दिल्ली में बिहार के स्थानिक आयुक्त को मृतक के पार्थिव शरीर को पैतृक गांव पहुंचाने हेतु समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया."
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकियों द्वारा बिहार के मो० अमरेज की गोली मारकर हत्या की घटना दुःखद। मृतक के निकटतम आश्रित को मुख्यमंत्री राहत कोष से 2 लाख रू० दिए जाएंगे। (1/2)
— Nitish Kumar (@NitishKumar) August 12, 2022
कश्मीर में रजाई बुनने का काम करते थे तीन भाई
बता दें कि अमरेज के पिता एक मामले में फिलहाल जेल में बंद हैं. अमरेज के कुल 5 भाई थे जिनमें से तीन भाई तीन तमजिद, अमरेज, तमरेज कश्मीर में ही एकसाथ रहते थे. तीनों भाई वहां रजाई बनाने का काम करते थे. बुनकर के काम से उनकी हर महीने अच्छी कमाई हो रही थी, जिससे से 10-15 हजार रुपए तीनों भाई हर महीने घर भेजते थे.
तीन महीने पहले ही कश्मीर गया था अमरेज
अमरेज दसवीं पास करने के बाद तीन महीने पहले की काम करने के लिए कश्मीर गया था. उसके भाई मो.आलमगीर ने बताया कि आतंकियों ने उसे 3 गोली मारी. उसका शव दरवाजे के सीढ़ी पर पड़ा था. उसने कहा कि यह घटना आधी रात की है, सभी भाई सोए हुए थे तभी गोली की आवाज सुनकर हम सबकी नींद खुल गई. अमरेज को अपने पास न पाकर हम बेचैन हो गए. बाहर निकलकर देखा तो अमरेज का शव घर की सीढ़ियों पर पड़ा था. अमरेज की मां जहीना खातून ने रोते बिलखते हुए कहा कि हर दिन अमरेज वीडियो कॉल पर बात करता था लेकिन उस रात उसने सिर्फ ऑडियो कॉल की.
यह भी पढ़ें:
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)