पटना: बिहार विधानसभा में शनिवार को बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान जो हुआ उसने लोकतंत्र की मर्यादाओं को तारतार कर दिया. 'शराब' शब्द मात्र से सत्ता पक्ष के नेता इस कदर बौखलाए की उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया. देखते ही देखते सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता वेल में उतर गए और एक दूसरे के साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई करने लगे. इस दौरान अमर्यादित बयानों और गाली गलौज का दौर चला. नेताओं के बीच के तनाव को बढ़ता देख विधानसभा की सुरक्षा में लगे मार्शल को बीच बचाव के लिए आना पड़ा, जिसके बाद काफी मशक्कत के बाद नेताओं को शांत कराया गया.
तेजस्वी ने उठाया था रामसूरत राय का मुद्दा
दरसअल, बिहार विधानसभा में बजट सत्र के 14वें दिन की कार्यवाही हंगामेदार रही. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंत्री रामसूरत राय के शराब मामले में संलिप्ति का मुद्दा सदन में उठाया और सरकार से उन्हें बर्खास्त करने की मांग. वो तथ्यों के साथ अपनी बातों को रख ही रहे थे कि बीजेपी नेता और मंत्री अपनी पार्टी के मंत्री के बचाव में उतर गए. उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने हंगामा करना शुरू कर दिया.
विधानसभा अध्यक्ष के आदेश के बावजूद नेता प्रतिपक्ष को बोलने नहीं दिया गया. ऐसे में जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद सदन के पहले पाली की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. इसके बाद सदन में सत्ता पक्ष के नेताओं के व्यवहार से नाराज नेता प्रतिपक्ष ने विपक्ष के विधायकों के साथ राज भवन मार्च शुरू कर दिया. उन्होंने राज्यपाल से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपी, जिसमें उन्होंने सत्ता पक्ष के नेताओं की शिकायत की.
शराब बोलते हुए सत्ता पक्ष के नेताओं ने किया हंगामा
विवादों के बीच सदन के दूसरी पाली की कार्यवाही शुरू की गई. नेता प्रतिपक्ष स्वास्थ्य विभाग के बजट पर बोलने खड़े हुए. वो स्वास्थ्य विभाग से संबंधित बातें कर भी रहे थे. इसी दौरान उन्होंने केवल एक शब्द शराब कही. उन्होंने ना तो किसी का नाम लिया था और ना ही कोई और बात कही थी. लेकिन उनके शराब बोलते हुए सत्ता पक्ष के नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया.
हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी और आसन से उठकर चले गए. लेकिन उनके जाने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता आमने सामने आ गए. इस दौरान दोनों पक्ष के नेताओं के बीच मारपीट जैसी स्थिति हो गयी, जिसके बाद मार्शल ने नेताओं को शांत कराया.
विधानसभा अध्यक्ष ने की घटना की निंदा
नेताओं के बैठने के बाद एक बार फिर सदन की कार्यवाही शुरू की गई. कार्यवाही के शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में जो हुआ उससे मैं दुखी हूं. आज की घटना ने सदन को लज्जित किया है. सत्ता पक्ष और विपक्ष मर्यादा का ख्याल रखें. आपसे आग्रह है कि नियम के अनुसार काम करें. वहीं, जिस दल के सदस्यों ने वेल में हंगामा किया है, उनके दलीय नेता उन्हें नियमवाली समझा दें, नहीं तो कठोर कार्रवाई की जाएगी. सदन पूर्व की तरह नहीं चलेगा. सदन की मर्यादा से खिलवाड़ बर्दास्त नहीं होगा.
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