Bihar Legislature Winter Session: बिहार विधानसभा और विधान परिषद के शीतकालीन सत्र का ऐलान हो गया है. बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से 29 नवंबर तक चलेगा. इस दौरान कई सराकारी कार्य निपटाए जाएंगे. राजपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के निर्देश पर संसदीय कार्य विभाग ने सोमवार (28 अक्टूबर) को इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है. ये सत्र सिर्फ पांच दिनों का होगा. बिहार में राजनीतिक सरगर्मियों को देखते हुए इस सत्र के भी हंगामेदार होने के आसार हैं.
पेश किए जाएंगे नए विधेयक
शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य सरकार अपने वित्तीय कामकाज पूरे करेगी, क्योंकि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार सरकार को धन खर्च करने के लिए विधानमंडल से मंजूरी लेना जरूरी है. इसलिए इस सत्र में राज्य सरकार अनुपूरक बजट पेश करेगी. सरकारी सूत्रों के मुताबिक इस दौरान कुछ नए विधेयक भी पारित किए जाएंगे. सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी. पहले दिन ही सप्लीमेंट्री बजट सदन के पटल पर रखा जाएगा. शीतकालीन सत्र के दूसरे और तीसरे दिन सरकार के जरिए नए विधायक पेश किए जाएंगे. पेश किए गए विधेयक पर चौथे दिन चर्चा की जाएगी. दोनों हो सदनों में चर्चा के बाद इन विधेयकों को पारित किया जाएगा.
2024-25 के सप्लीमेंट्री बजट पर चर्चा
28 नवंबर को वित्तीय वर्ष 2024-25 के सप्लीमेंट्री बजट पर चर्चा होगी. वहीं सत्र के अंतिम दिन यानी 29 नवंबर को गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा की जाएगी. सत्र के शुरुआत के साथ ही विधानमंडल का माहौल भी सियासी तौर पर गर्म रहने वाला है. सत्ता और विपक्ष एक दूसरे के निशाने पर होंगे. तेजस्वी यादव की भूमिका और तेवर पर सबकी नजरें होंगी. हालांकि बीते मानसून सत्र में दोनों ही सदन में तेजस्वी यादव के नदारद रहने से सतारूढ़ दल ने विपक्ष पर तंज कसा था. उनके सदन से गैर हाजिर रहने के कारण विपक्ष सरकार के सामने कई मुद्दों को मजबूती से नहीं रख सका था. उम्मीद है कि इस सत्र में तेजस्वी यादव सदन में जरूर मौजूद रहेंगे.
ये भी पढ़ेंः Bihar Politics: 'विकसित बिहार बनाने के लिए...', NDA की बैठक के बाद विजय सिन्हा ने बताया सीएम का निर्देश