कैमूर: राज्य में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद अवैध तरीके से शराब की तस्करी का धंधा जारी है. इधर, पुलिस प्रबंधित शराब की तस्करी करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. ताजा मामला बिहार के कैमूर जिले का है, जहां मंगलवार की अहले सुबह पुलिस ने खाद्य सामग्री के बीच छिपा कर ले जाई जा रही लाखों की शराब जब्त की है. जिले के एनएच-2 पर चलाई जा रही जांच अभियान के दौरान ये कार्रवाई की गई है.
दो तस्करों को किया गिरफ्तार
मिली जानकारी अनुसार उत्पाद चेक पोस्ट पर उत्पाद विभाग और पुलिस की संयुक्त चेकिंग चल रही थी. इस दौरान यूपी की तरफ से आ रहे एक डीसीएम ट्रक को देखने पर टीम को शक हुआ, जिसके बाद उसे रोक कर जांच की गई. ट्रक में ऊपर से तो खाद्य सामग्री भरी हुई थी, लेकिन उसके नीचे भारी मात्रा में विदेशी कंपनी की शराब छुपा कर रखी हुई थी.
ऐसे में पुलिस ने कुल 3951 लीटर विदेशी शराब को जब्त कर लिया. वहीं, मौके से चालक और सह चालक को भी गिरफ्तार किया. इस दौरान उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर देवव्रत कुमार एंटी लिक्वर टास्क फोर्स के एसआई राजीव कुमार अपनी टीम के साथ मौजूद रहे.
पटना में करनी थी डिलीवरी
जानकारी के मुताबिक तस्कर शराब की खेप हरियाणा से पटना लेकर जा रहे थे. लेकिन जो कागजात जब्त किए गए हैं, उसमें खाद्य सामग्री को हरियाणा से असम पहुंचाने की बात है. पुलिस इस पूरे बिंदु पर गिरफ्तार ट्रक चालक और सह चालक से पूछताछ कर रही है. गिरफ्तार चालक रोहितास यादव जयपुर राजस्थान का रहने वाले है और सहचालक दीपक सोनीपत हरियाणा के रहने वाले है.
इन्हें ट्रक को पटना पहुंचाना था, जिसके एवज में इनको शराब तस्करों द्वारा पैसे दिए जाते. लेकिन कैमूर पुलिस ने राजधानी पटना पहुंचने से पहले ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया. इस संबंध में मोहनिया डीएसपी रघुनाथ सिंह ने बताया कि शराब के मामले में लगातार कार्रवाई की जा रही है. गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर डीसीएम ट्रक से 445 पेटी अंग्रेज़ी शराब जब्त की गई है. पूरे मामले में बड़े गिरोह के शामिल होने की संभावना है.
यह भी पढ़ें -
मंत्रिमंडल विस्तार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने मांगे चार पद, दिया ये फॉर्मूला
आराः एक तरफ अश्विनी चौबे कर रहे थे निरीक्षण और दूसरी ओर एंबुलेंस से ढोया जा रहा था सामान