पटनाः सांसद चिराग पासवान और उनके नेतृत्व में लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के कुछ नेताओं के साथ शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. ओम बिड़ला से मुलाकात करने के बाद सांसद चिराग पासवान ने बाहर आने के बाद मीडिया को बताया कि वे किस सिलसिले में मिलने गए थे.


पार्टी का संविधान नहीं देता इसकी इजाजतः चिराग


चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को तथ्यों से अवगत कराया और उनसे एलजेपी के निलंबित सांसदों में से एक पशुपति कुमार पारस को लोकसभा में एलजेपी के अध्यक्ष के रूप में स्वीकार करने के फैसले पर फिर से समीक्षा करने के लिए आग्रह किया. चिराग पासवान ने कहा कि यह गैरकानूनी है और उनकी पार्टी का संविधान इसकी इजाजत नहीं देता.






वहीं दूसरी ओर शनिवार को सांसद पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में एलजेपी की राष्ट्रीय, राज्य कार्यकारिणी और विभिन्न प्रकोष्ठों की समितियों को भंग कर दिया गया है. सांसद चौधरी महबूब अली कैसर और वीणा देवी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोषित किया गया है जबकि प्रिंस राज और चंदन सिंह को राष्ट्रीय महासचिव घोषित किया गया है. एलजेपी में दो गुट होने के बाद शनिवार को यह किया गया है. चार सांसदों को यह पद देने के बाद फिर से सियासत शुरू हो गई है.


बता दें कि पशुपति पारस ने चिराग पासवान से खुद को चार सांसदों के साथ मिलकर अपना गुट बना लिया था. इसके बाद पशुपति पारस को उनके गुट ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया.


यह भी पढ़ें- 


बक्सरः एजेंसी संचालक से लूट का पुलिस ने किया खुलासा, नकद और हथियार के साथ 4 अपराधी गिरफ्तार


Bihar LJP: महबूब अली कैसर और वीणा देवी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, प्रिंस व चंदन को बनाया गया महासचिव