पटना: एलजेपी में टूट के बाद जारी विवादों के बीच बुधवार को दिवंगत नेता रामविलास पासवान के भाई और सांसद पशुपति पारस पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पहुंचने के बाद उनका भव्य स्वागत हुआ. पटना पहुंचने के बाद पशुपति पारस चिराग को और एक झटका देने में जुट गए हैं. पार्टी पद के लिए जारी खींचतान के बीच आज कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है. वहीं, आज ही पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा. चुनाव के बाद आगे का फैसला लिया जाएगा. 


सूरजभान सिंह को सौंपी जिम्मेदारी


अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने का जिम्मा पार्टी नेता सूरजभान सिंह को सौंपा गया है. ऐसे में बतौर मुख्य चुनाव अधिकारी (एलजेपी) नेता ने बुधवार को एक चिट्ठी जारी की, जिसमें उन्होंने कहा कि गुरुवार को पटना में एलजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगा, जिसमें एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन का समय सुबह 11:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक निर्धारित है और नाम वापसी के लिए 3:00 से 4:00 तक का समय निर्धारित किया जाता है. 


पार्टी के मालिकाना हक को लेकर विवाद


बता दें कि चिराग पासवान और चाचा पशुपति पारस के बीच पार्टी के मालिकाना हक को लेकर विवाद छिड़ गया है. पार्टी के छह सांसदों में से पांच को अपने पाले में करके पशुपति पारस ने पार्टी की कमान अपने हाथों में लेने का मूड बना लिया है. हालांकि, चिराग अपने पोजिशन को छोड़ने को तैयार नहीं हैं. 


पार्टी और परिवार के बीच जारी विवाद के बीच बुधवार को चिराग पासवान ने पीसी की थी. पीसी के दौरान उन्होंने अपने चाचा पशुपति पारस पर धोखा देने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था, " पापा (रामविलास पासवान) के जाने से अनाथ नहीं हुआ था. आज अनाथ महसूस कर रहा हूं. वो (पशुपति पारस) मुझे एक बार बोलते, मैं पद छोड़ देता." वहीं, चिराग ने सीधे तौर पर जेडीयू पर उनकी पार्टी को तोड़ने का भी आरोप लगाया था.


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