बिहार: एनडीए का सहयोग कर फंस गए LJP विधायक, पार्टी ने मांगा स्पष्टीकरण, जानें- क्या है पूरा मामला?
पार्टी ने पत्र जारी करते हुए राजकुमार सिंह को कहा कि बिना परामर्श के मतदान करने का यह काम आपसे अपेक्षित नहीं था. पार्टी इसको अति गंभीरता से लेती है और आपको निर्देशित करती है कि इस सम्बंध में आप अपना स्पष्टीकरण दें.
पटना: बिहार में एलजेपी एक इकलौते विधायक राजकुमार सिंह ने बुधवार को विधानसभा में उपाध्यक्ष पद के चुनाव में एनडीए के साथ दिया और जेडीयू प्रत्याशी महेश्वर हजारी के पक्ष में मत दिया. महेश्वर हजारी तो 124 मतों से विधानसभा उपाध्यक्ष चयनित हो गए, लेकिन जेडीयू की धूर विरोधी एलजेपी के एकलौते विधायक द्वारा जेडीयू के प्रत्याशी का समर्थन किए जाने से पार्टी नाराज़ हो गयी है और पत्र जारी कर एलजेपी विधायक को इस मामले में अविलंब स्पष्टीकरण देने को कहा है.
पार्टी ने पत्र जारी कर कही ये बात
पार्टी ने पत्र जारी कर कहा है, " राज कुमार जी, लोक जनशक्ति पार्टी के निर्वाचित विधायक और प्रतिनिधि होने के कारण आपसे यह अपेक्षा थी कि बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष पद के चुनाव जैसे अति महत्वपूर्ण विषय पर आप मतदान से पूर्व पार्टी से अवश्य परामर्श करेंगे."
पत्र में कहा गया है, " पार्टी को यह मालूम चला कि 24 मार्च को सम्पन्न बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष चुनाव में आपने पार्टी से परामर्श किए बिना जनता दल युनाईटेड के प्रत्याशी महेश्वर हजारी जी के पक्ष में मतदान किया है. बिना परामर्श के मतदान करने का यह काम आपसे अपेक्षित नहीं था. पार्टी इसको अति गंभीरता से लेती है और आपको निर्देशित करती है कि इस सम्बंध में आप अपना स्पष्टीकरण अविलम्ब प्रस्तुत करें."
बता दें कि बिहार विधानसभा में बुधवार को विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ. पद के लिए छह साल बाद हुए चुनाव में जेडीयू नेता माहेश्वर हजारी उपाध्यक्ष चुने गए. उन्हें कुल 124 मत मिले, जिसके बाद उनका मनोनयन किया गया.
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