नवादा: बिहार में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार ने 25 मई तक लॉकडाउन लगाने का एलान किया है. लॉकडाउन की अवधि में होने वाली शादियों में अधिक से अधिक 20 लोगों को शामिल होने की अनुमति है. लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं. शादी में ज्यादा लोगों को बुलाने के साथ ही वे ऑर्केस्ट्रा का भी आयोजन करवा रहे हैं, जिससे अतिरिक्त भीड़ लग रही है.


तिलक समारोह में ऑर्केस्ट्रा का किया आयोजन


ताजा मामला बिहार के नवादा जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र के हथियारी गांव का है, जहां 17 मई की रात तिलक समारोह में ऑर्केस्ट्रा का आयोजन कराया गया. इस दौरान पूरी रात बार-बालाओं ने ठुमके लगाए. इधर, बार बालाओं को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही. इस दौरान न तो किसी के चेहरे पर मास्क दिखा और ना ही लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग. ग्रामीणों की मानें तो जिस जगह ऑर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया था, वहां से थाने की दूरी महज पांच किलोमीटर है, इसके बावाजूद प्रशासन सोता रहा. 


एसडीपीओ ने कही कार्रवाई की बात


इस संबंध में जब एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो की सत्यता की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. किसी भी कीमत पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. चाहे कोई भी हो कानून तोड़ने का अधिकार किसी को नहीं है.


बता दें कि ये कोई पहली घटना नहीं है. लॉकडाउन के दौरान रोजाना ऐसी खबरें सामने आ रही हैं. बीते दिनों बिहार के गया, मुंगेर, आरा और सिवान से लॉकडाउन के दौरान ऑर्केस्ट्रा कराने का मामला प्रकाश में आया था. ऐसे में सवाल उठता है कि प्रशासन जो दिन में बड़ी मुस्तैदी से सड़कों पर लॉकडाउन का पालन कराते दिखता है, उसे रात को क्या हो जाता है? बहरहाल वजह चाहे जो भी कोरोना काल में अनदेखी सही नहीं है. पुलिस को इससे निपटने के लिए कदम उठाना चाहिए.


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