(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
RJD कैंडिडेट की लिस्ट में MY-BAAP कहां? मुस्लिमों की हिस्सेदारी पर उठे सवाल
Bihar Lok Sabha Election 2024: आरजेडी ने अपने 22 उम्मीदवारों की लिस्ट में सबसे अधिक यादव को टिकट दिया है. वहीं मुस्लिम की संख्या मात्र दो है. इसी को लेकर कई यूजर्स ने सवाल उठाए हैं.
RJD Candidate List For Lok Sabha Election 2024: बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने 22 सीटों पर उम्मीदवारों की औपचारिक घोषणा कर दी है. राजद शहाबुद्दीन के गढ़ रहे सिवान में उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. कांग्रेस, लेफ्ट और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के साथ समझौतों के तहत 40 सीटों में से 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
आरजेडी का कहना है कि उसकी लिस्ट में सभी की हिस्सेदारी है. हालांकि इस लिस्ट के बाद मुसलमानों की हिस्सेदारी पर सबसे अधिक चर्चा हो रही है. अब्दुल रकीब नोमानी नाम के एक यूजर ने आरजेडी प्रवक्ता कंचन यादव के एक्स पोस्ट पर लिखा, ''ये आरजेडी की सूची नहीं है बल्कि आरएसएस कार्यालय से आई सूची है. जिनमें मुसलमानों को राजनीतिक रूप से अपंग बनाया गया है. उनको राजनीतिक हिस्सेदारी से वंचित किया गया है. सूची देखकर लग रियो आरजेडी इस बार भी शून्य.''
सच क्या बोल दिया आप तो बुरा मान गईं ।
— अब्दुल रकीब नोमानी (@RaqueebNomani) April 9, 2024
रात-दिन जो आप सब टीवी पर जातिगत जनगणना का राग अलापती हैं ये बता दीजिए आरजेडी उनको कहाँ लागू करने वाली है?
हाँ दूसरी बात संख्या मुझे मत गिनाइये, आरजेडी मुसलमानों पर कोई एहसान नहीं कर रही है। वोट अगर लेगी तो सवाल होगा ही! https://t.co/YQDdKwGUpk
इसके जवाब में कंचन यादव ने कहा, ''मेरे प्रिय छोटे भाई, विधान परिषद् में 10 में से 4 यानी कि 40% मुस्लिम हैं. आयोग में राजद 35% से ज्यादा मुस्लिम दी है. राज्यसभा में 6 सांसद हैं, जिसमें 2 मुसलमान थे. अभी एक लोग का समय ख़तम हुआ. विधानसभा चुनाव में राजद अन्य पार्टियों की तुलना में सबसे ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवार दी थी. अभी राजद में 12 मुस्लिम विधायक हैं, जो अन्य पार्टियों से सबसे ज्यादा हैं. बहुत दुःख होता है जब तुम जैसे लोग भाजपा के एजेंडे के लिए 2 रुपये में काम करते हो. तुम्हारे साथ सहानुभूति, बीजेपी से टिकट मांग कर देख लो.''
दरअसल, आरजेडी ने अपने 22 उम्मीदवारों की लिस्ट में सबसे अधिक यादव को टिकट दिया है. वहीं मुस्लिम की संख्या मात्र दो है. इसी को लेकर कई यूजर्स ने सवाल उठाए हैं. वहीं आरजेडी ने इन दावों को खारिज करते हुए सफाई दी है.
दरअसल, आरजेडी के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुस्लिम-यादव (MY) की पार्टी वाली छवि तोड़ने के लिए आरजेडी को माय (MY)-बाप (BAAP) की पार्टी बताते रहे हैं. BAAP में बी से बहुजन, ए से अगड़ा, ए से आधी-आबादी यानी महिलाएं और पी से पुअर यानी गरीब की पार्टी.
आरजेडी ने 8 यादव, 4 दलित, 3 कुशवाहा, एक कुर्मी, 2 मुस्लिम, एक भूमिहार, एक राजपूत, एक ईबीसी और एक वैश्य को टिकट दिया है.
जातियों की संख्या और 22 सीटों पर उम्मीदवारों पर नजर डालें तो सबसे अधिक 36.36 फीसदी यादव को आरजेडी ने टिकट दिया है. 18.18 फीसदी दलित, 13.64 फीसदी कुशवाहा और 9.09 मुस्लिम को टिकट में हिस्सेदारी मिली है. कुर्मी, भूमिहार और राजपूत की हिस्सेदारी 4.55 फीसदी है.
बिहार में जाति
राज्य में आबादी पर नजर डालें तो 17.7 फीसदी मुस्लिम, 14.26 फीसदी यादव, 4.27 फीसदी कुशवाहा और 2.87 फीसदी कुर्मी, रविदास (मोची,चमार) 5.2 फीसदी, 3.65 फीसदी ब्राह्मण, 3.45 फीसदी राजपूत, 3.08 फीसदी मुसहर, 2.86 फीसदी भूमिहार, 2.8 फीसदी कुर्मी, 2.60 मल्लाह, 2.31 फीसदी बनिया और .60 कायस्थ हैं.
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