नीरज बबलू का 'महागठबंधन सरकार' पर बड़ा आरोप, छपरा केस पर कहा- जाति विशेष को किया जा रहा टारगेट, सब सुनियोजित
Patna News: सोमवार को नीरज बबलू ने छपरा में हुए लिंचिंग मामले को लेकर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लालू यादव के कार्यकाल का जिक्र किया और उस वक्त के हालात बताए जो फिर लौट चुके हैं.
पटना: बिहार में पूर्व की एनडीए सरकार में मंत्री रहे वरिष्ठ बीजेपी नेता नीरज बबलू (Neeraj Bablu) ने सोमवार को नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने छपरा पिटाई मामले को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि महागठबंधन सरकार (Bihar Mahagathbandhan) में जानबूझकर जाति विशेष को टारगेट किया जा रहा है. सुनियोजित तरीके से छपरा में विशेष जाति पर हमला किया गया. हम लोग सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाएंगे. कहा कि साल 1990 से 2005 तक लालू राज में लालू यादव के कहने पर भूरा बाल (भूमिहार, राजपुत, लाला, ब्राह्मण) को साफ किया गया. अब महागठबंधन सरकार में आरजेडी के कारण फिर यह शुरू हो गया है.
‘मुखिया प्रतिनिधि को तुरंत करें गिरफ्तार’
नीरज कुमार सिंह बबलू ने कहा कि मुख्य अभियुक्त मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उसके घर पर बुलडोजर चलाएं. महागठबंधन सरकार में सवर्णों को टारगेट किया जा रहा है. हत्या की जा रही है. छपरा में मृतक अमितेश सिंह के पिता ने ठीक कहा कि जब तीनों लड़के की मुर्गा फॉर्म में पिटाई हो रही थी तो पुलिस आई, लेकिन उनको भगा दिया गया. पुलिस निकम्मी, मूकदर्शक बनी रहती है. सिर्फ वसूली करती है. पुलिस यादवों के दबाव में है.
एक की मौत से गर्माया मामला
छपरा के मुबारकपुर में अमितेश की पिटाई के दौरान मौत हो गई. आरोप है कि अमितेश, राहुल और आलोक की मुखिया प्रतिनिधि और उसके समर्थकों ने पिटाई की थी. यह तीनों जबरन मुर्गा लेकर मुखिया प्रतिनिधि के मुर्गा फॉर्म से जा रहे थे. मुखिया प्रतिनिधि और उसके समर्थकों ने रोकने की कोशिश की तो इन तीनों ने फायरिंग जिसके बाद इनकी बेरहमी से पिटाई कर दी गई. मृतक अमितेश सिंह के पिता जय प्रकाश सिंह ने कहा कि मेरा बेटा अमितेश सिंह, राहुल और आलोक खेत में पटवन कर रहे थे. तब ही मुबारकपुर पंचायत की मुखिया आरती देवी के पति और प्रतिनिधि विजय यादव अपने लोगों के साथ पहुंच गए.
पिता ने कहा कि उनलोगों ने अमितेश, राहुल, आलोक को अपने मुर्गा फॉर्म में ले जाकर जमकर पिटाई की. उसमें अमितेश की मौत हो गई. राहुल, आलोक पटना में रुबन अस्पताल में भर्ती है. वेंटिलेटर पर हैं. दबंगई में मुखिया प्रतिनिधि ने तीनों की पिटाई की. पहले से कोई दुश्मनी नहीं थी. उनके लगाए सभी आरोप झूठे और निराधार है. पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया है जिसमें से दोको गिरफ्तार किया गया है. मुख्य अभियुक्त मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव फरार हैं.