Bihar Poltics: कई राज्यों में सरकार बनाने वाली बीजेपी आखिर बिहार में सत्ता से कैसे बाहर हो गई? 2017 में हुई सियासी घटनाक्रम के बाद नीतीश कुमार के साथ कभी न जाने की बात कहने वाले तेजस्वी यादव ने आखिर कैसे जेडीयू के साथ गठबंधन कर लिया? नीतीश कुमार किसके कहने पर महागठबंधन में आ गए? ये कई सवाल हैं जो बिहार के सियासी गलियारे में तैर रहे हैं. इन सवालों पर कांग्रेस की विधायक प्रतिमा कुमारी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बड़ा खुलासा किया है.
प्रतिमा कुमारी ने दावा किया कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस पूरे प्रकिया में मध्यस्थता की. उनके मुताबिक, सोनिया गांधी ने ही नीतीश कुमार और आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव से बात की. सोनिया गांधी ने दोनों नेताओं से कहा कि बिहार और देशहित के साथ साथ आ जाएं.
कांग्रेस की विधायक ने कहा कि सोनिया गांधी ने सांप्रदायिक ताकतों को हटाने के लिए एकजुटता को जरूरी बताया और उनके कहने पर ही नीतीश कुमार दोबारा से महागठबंधन में शामिल होने के लिए राजी हुए. प्रतिमा कुमारी ने दावा किया कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष ने मध्यस्थता नहीं की होती तो बिहार में दोबारा से महागठबंधन की सरकार संभव नहीं थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बिहार में मंत्री पद का कोई लालच नहीं है. उन्होंने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि देश में लोकतंत्र कायम रहे और संविधान बचा रहे.
बता दें कि ये पहला आधिकारिक बयान है जो कांग्रेस की तरफ से आया है जिसमें दावा किया गया कि सोनिया गांधी ने महागठबंधन की सरकार बनवाई. महागठबंधन के किसी दल के नेता ने यह बयान अब तक नहीं दिया था. मीडिया में सूत्रों के हवाले से ये खबर चली थी कि नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से बात की है.
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