पटना: बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) पर महागठबंधन के नेताओं का पारा हाई है. पटना में रविवार (27 अगस्त) को 'तुलसी के राम' कार्यक्रम में देश की आजादी पर विवादित बयान देकर सम्राट चौधरी ने बिहार की राजनीतिक गलियारे में बवाल मचा दिया है. सम्राट ने कहा है कि वह 1947 की स्वतंत्रता को मानने वाले नहीं हैं. उनका मानना है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति के बाद 1977 में गठित सरकार से ही सही मायनों में देश को आजादी मिली है.


इस बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि हमारा देश कब आजाद हुआ है. 15 अगस्त को पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है. झंडा फहराया जाता है. जो लोग सुनेगा वह इस बयान पर हंसेगा. यह सब बकवास बयान है. उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि यह लोग देश के इतिहास को बदलने की कोशिश कर रहे हैं. ये लोग इधर की बात करते हैं. मुद्दे की कोई बात नहीं करते हैं, इसलिए इन सब बयानों का कोई मायने नहीं है और इस से कोई फर्क भी नहीं पड़ता है.


जेडीयू ने कहा- सम्राट को ज्ञान का अभाव


सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी सम्राट चौधरी के बयान पर जमकर हमला किया. जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बीजेपी ऐसे फर्जी डिग्री वाले को प्रदेश अध्यक्ष बनाई हुई है जिसे ज्ञान का अभाव है. सम्राट चौधरी ने देश की आजादी में जिन्होंने बड़ी भूमिका निभाई उन स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों का अपमान किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को जुबान खोलना चाहिए कि 1947 में जो देश आजाद हुआ था उसको नहीं माना जाएगा?


नीरज कुमार ने कहा कि यह लोग नाटक कर रहे हैं. देश में 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाते हैं और बिहार का प्रदेश अध्यक्ष कहता है कि 1947 की आजादी को हम नहीं मानते हैं. राजनीति में ऐसे ज्ञान देने वालों को डूब मरना चाहिए, लज्जा लगनी चाहिए और शर्मसार होना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को ऐसे स्वतंत्रता सेनानी का अपमान करने वाले को दंडित करना चाहिए.


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