पटना: बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन आज महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक हुई. सेंट्रल हॉल में ये बैठक की गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने सभी विधायकों को विधानसभा में उपस्थित रहने का निर्देश दिया. इसके साथ ही उनको संयम बरतने की सलाह दी. विपक्ष के सवालों का सरकार जवाब देगी.
मेरे मुख्यमंत्री बनने को लेकर बयानबाजी न करें
सूत्रों के अनुसार तेजस्वी ने आरजेडी विधायकों को कहा कि मुझे मुख्यमंत्री बनाने को लेकर बयानबाजी न करें. नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार अच्छी चल रही है. वहीं जीतन मांझी ने कहा कि नीतीश जहां रहेंगे हम वहां रहेंगे. कहीं भी इधर उधर हम नहीं जा रहे हैं. महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में किसी भी नेता ने यह नहीं कहा कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाया जाए और नीतीश को प्रधानमंत्री उम्मीदवार. बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार की मांग कांग्रेस की ओर से भी नहीं की गई.
बैठक में कई मुद्दों पर बात
पूर्णिया में महागठबंधन की जो रैली हुई थी उसमें अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश और तेजस्वी ने जो भी बातें कहीं थी, उसका असर महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में देखने को मिला. आज की बैठक में किसी भी दल की तरफ से कोई भी मांग नहीं की गई और न किसी नेता ने ऐसा कुछ कहा जिससे विवाद हो. पूर्णिया रैली में तेजस्वी ने कहा था कि किसी को भी कुछ भी बयानबाजी करने की जरूरत नहीं है.
तेजस्वी ने दिए निर्देश
कहा था कि पीएम य़ा सीएम बनने की इच्छा किसी को नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश ने रैली में कहा था कि महागठबंधन को एकजुट रहना है. ऐसा कुछ भी न हो जिससे विवाद है. रैली में नीतीश ने कहा था कि जीतन राम मांझी पर कुछ लोग डोरे डाल रहे हैं. मांझी ने इसपर जवाब भी दिया. पिछले कुछ दिनों से आरजेडी के कुछ विधायक लगातार मांग कर रहे थे की तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. इसके अलावा कई मुद्दों पर तकरार देखा जा रहा था जो कि इस बैठक में कम होता दिखा.
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