पटना: कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सूबे में दो चरणों में ड्राई रन को सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया गया है. अब 16 जनवरी से वैक्सीनेशन के पहले फेज की शुरुआत होगी, जिसमें फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी. इस संबंध में जानकरी देते हुए शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि 16 जनवरी से शुरू होने वाले कोरोना टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क और सजग है.


रजिस्टर्ड लोगों को ही दी जाएगी वैक्सीन


उन्होंने बताया कि बिहार में कुल 300 चिह्नित जगहों पर वैैक्सीनेशन की शुरुआत की जाएगी. इसके बाबत पहले भी 2 और 8 जनवरी को दो चरणों में कुल 114 जगहों पर ड्राई रन सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया है. अब वैक्सीन आते ही उसका पहला डोज स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जायेगा. वहीं, टीकाकरण उन्हीं का होगा, जो पूर्व से को-विन पोर्टल पर रजिस्टर्ड होंगे.


गाइडलाइन के अनुसार होगी वैक्सीनेशन


मंगल पांडेय ने बताया कि राजधानी पटना समेत अन्य क्षेत्रों में चिह्नित जगहों पर प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को को-विन पोर्टल में रजिस्टर्ड लक्षित लाभार्थियों का वैक्सीनेशन केंद्र सरकार के गाइडलाइन के अनुसार करने का निर्देश भी दिया गया है.


रोजाना 100 लोगों को दिया जाएगा टीका


उन्होंने बताया कि टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय का भी लगातार मार्गदर्शन मिल रहा है. टीकाकरण के लिए 5 सदस्यीय टीम का गठन सभी केंद्रों के लिए किया गया है, जिनके द्वारा एक केंद्र पर एक दिन में 100 लोगों को टीका दिया जायेगा. अभी फिलहाल कोविड पोर्टल पर 4 लाख 67 हजार 684 लाभार्थी निबंधित हुए हैं और उन्हें ही फर्स्ट फेज में टीका दिया जाएगा.


स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार वैक्सीन स्टोरेज के लिए राज्य स्तर पर एक टीकौषधि भंडार, क्षेत्रीय स्तर पर 10, जिला स्तर पर 38 और प्रखंड स्तर पर 630 टीकौषधि भंडार की व्यवस्था की गई है. जिन 300 जगहों पर वैक्सीनेशन की शरुआत होनी है, उनमें सभी 9 सरकारी मेडिकल काॅलेज सह अस्पताल, 5 प्राइवेट काॅलेज (किशनगंज, कटिहार, मधुबनी, राहेतास एवं सहरसा), 21 सदर अस्पताल, 17 अनुमंडलीय अस्पताल, 208 प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी एवं सीएचसी), 1 नर्सिंग स्कूल (बक्सर), 3 रेफरल अस्पताल एवं शेष 36 प्राइवेट संस्थान शामिल हैं.