नवादा: बिहार के नवादा में बुधवार को एक ही परिवार के छह लोगों ने खुदकुशी की. पांच लोगों की पहले ही मौत हो चुकी थी. वहीं छठी सदस्य 15 साल की साक्षी की भी 14 घंटे के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई. अब इस घटना को लेकर सुसाइड नोट भी सामने आ गया है. सुसाइड से पहले पिता ने एक नोट लिखा है जिसमें उन्होंने कर्ज देने वालों को समाज का कीड़ा बताया है. सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस जांच कर रही है. पुलिस दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इधर, मौत से पहले परिवार के लोगों ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है. 


घटना के एक दिन पहले लिखा सुसाइड नोट


परिवार के मुखिया केदार ने आठ नवंबर को सुसाइड नोट लिखा था. केदार ने लिखा है कि उन्होंने कुछ लोगों से कर्ज लिया था जिसमें छह महाजन लगातार परेशान कर रहे हैं. शहर के न्यू एरिया मोहल्ले के मनीष सिंह, विकास सिंह, विजय सिंह, टुनटुन सिंह खटाल, डॉ. पंकज सिन्हा और गढ़ पर मोहल्ला के रणजीत सिंह से उन्होंने कर्ज लिया था. बीते पांच-छह साल से महाजन कर्ज के लिए परेशान कर रहे थे. 



कर्ज का दुगना-तिगुना ब्याज कर चुके थे जमा


बताया कि कर्ज का दुगना-तिगुना ब्याज जमा कर चुके थे लेकिन फिर भी कर्ज खत्म नहीं हो रहा था. सुसाइड नोट में जिक्र है कि केदारलाल कर्ज चुकता करने के लिए महाजनों से मोहलत मांग रहे थे. साल-छह महीने का वक्त मांग रहे थे, लेकिन कर्ज देने वाले कुछ भी सुनने समझने को तैयार नहीं थे.


कर्ज देने वाले समाज का कीड़ा


नोट में आगे लिखा है कि ब्याज नहीं देने की स्थिति में गाली गलौज किया जाता था. इससे विवश होकर यह गलत कदम उठाना पड़ रहा है. उन्होंने यह भी लिखा कि कर्ज देने वाले समाज का कीड़ा हैं जो समाज को बर्बाद कर रहे हैं. कर्ज देने वाले छह लोगों ने कई लोगों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. ऐसे दीमकों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है.


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