बिहार: मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना में भारी अनियमितता, काम पूरा होने के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिल रहा लाभ
ग्रामीणों ने कहा कि घर तक जो पाइप लाया गया है वह भी जहां-तहां से उखड़ चुका है. यहां तक की घरों के बाहर जो नल का पॉइंट लगाया गया है, उसमें नल तक नहीं लगाया गया है.
गया: मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के भले ही गया जिले बेहतर बनने की कोशिश में है. लेकिन योजना के तहत किए गए दावे और हकीकत में जमीन आसमान का अंतर है. खासकर हर घर नल जल और गली-नाली योजनाओं का बुरा हाल है. गया नगर प्रखण्ड के नैली पंचायत के दुबहल गॉव में नल जल योजना में भारी अनियमितता दिख रही है.
मुख्यमंत्री पेयजल निश्चय योजना के तहत गांव में पानी का टंकी लगाया गया, इसके बाद गांव के हर एक घर तक पाइप बिछाई गई, घरों के बाहर नल भी लगाए गए. इसके बाद ग्रामीणों में यह आस जगी की अब सभी के घरो में नल का जल मिलेगा. लेकिन नल लग कर 3 महीना बीत चुका है, लेकिन एक दिन भी नल से जल नहीं मिला है.
इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि मुखिया ने जिस एजेंसी द्वारा कार्य करवाया था उसके अनुसार काम पूरा कर लिया जा चुका है और योजना की पूरी राशि का भी भुगतान किया जा चुका है. इसके बाबजूद नल का जल ग्रामीणों को नहीं मिला है.
ग्रामीणों ने कहा कि घर तक जो पाइप लाया गया है वह भी जहां-तहां से उखड़ चुका है. यहां तक की घरों के बाहर जो नल का पॉइंट लगाया गया है, उसमें नल तक नहीं लगाया गया है और कुछ घरो में नल लगा भी दिया गया है तो वहां जल नहीं है. पानी टंकी के अंदर लगाए गए मोटर को भी चालू नहीं किया जाता है. ग्रामीण इस संबंध में मुखिया से गुहार लगा कर थक चुके हैं.