Santosh Suman Attack On India Alliance: इंडिया गठबंधन के नेताओं ने अपनी 3 मांगों को लेकर चुनाव आयोग से मुलाकात की. इस पर गया में एससीएसटी मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन ने रविवार (2 जून) को अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि उन लोगों ने तो एक जून को ही बैठक कर ली की सरकार बन रही है. 295+ का दावा कर रहे हैं तो फिर इस तरह का डर क्यों.? सभी चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से की जा रहा है.


संतोष सुमन का इंडिया गठबंधन पर हमला


संतोष सुमन ने कहा कि वीवीपैट का हो ईवीएम का जो वोट आता है उसका तुलनात्मक अध्ययन करने की बात आती हो तो चुनाव आयोग पहले से भी ऐसे करता है. एक राउंड की गिनती होने के बाद उसकी पूरी छानबीन की जाती है. चुनाव आयोग को भेजा जाता है. वहां से सहमति मिलने के बाद ही उसके बारे में बताया जाता है, लेकिन यह हताशा का परिचय है. इंडिया गठबंधन ने मान लिया है कि वे हार चुके हैं डर से कोई न कोई बहाना ढूंढ रहे हैं कि 4 जून को क्या बोलेंगे.


उन्होंने कहा कि उस दिन बोलेंगे कि ईवीएम खराब है गड़बड़ी हुई है. बहाना ढूंढ रहे हैं इसलिए चुनाव आयोग के पास जा रहे हैं, हारने वाला कभी संतुष्ट नहीं होगा. हमे लगता है वह कभी संतुष्ट नहीं होंगे, क्योंकि वह बुरी तरह से हार रहे हैं. गिनती 1 से 2 महीने तक चलेगी क्या..? हार के डर से उसे 4 जून को किस तरह से बोला जाएगा. इसकी तैयारी कर रहे हैं. एग्जिट पोल में बिहार में एनडीए को नुकसान बताने पर उन्होंने कहा कि पिछली बार लोकसभा चुनाव में 40 में 39 लाया था. इस बार 400 पार का नारा दिया था जो हो रहा है तो इस बात को भी मान लीजिए.


संतोष सुमन ने कहा कि अच्छी कॉपी लिखी गई है तो रिजल्ट भी अच्छा ही आएगा. बिहार में भी 40 की 40 सीट जीतेंगे. एग्जिट पोल भी कहता है एक से दो सीट ऊपर नीचे हो सकती है. रामकृपाल यादव पर हमला पर निंदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में जो भी करते हैं यह हताशा का परिचय है. प्रशासन को इसे संज्ञान में लेकर सुरक्षा बढ़ानी चाहिए. इसके लिए वे सरकार से बात करेंगे. चुनाव वह जीत रहे हैं. आरजेडी की उत्तेजित प्रवृत्ति है. हो सकता है उन्हें लगा होगा कि वह हार रहे हैं, तो अपना गुस्सा निकालने के लिए प्रत्याशी पर हमला किया गया.


'आरजेडी ने कांग्रेस को इग्नोर किया'


पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बयान दिया है कि अगर बिहार में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ती तो 25 सीट आती. इस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पुरानी और बड़ी पार्टी है, लेकिन जिस तरह से एक क्षेत्रीय पार्टी से पिछलग्गू की तरह काम किया तो यह शोभा नहीं देता है. अपने आप खड़ा होना चाहिए. यहां पर बी टीम के रूप में काम किया है. चुनाव प्रचार के दौरान आरजेडी और कांग्रेस का कहीं तालमेल नहीं रहा. हेलीकॉप्टर पर मछली खा रहे हैं, केक काट रहे हैं, बगल में मुकेश सहनी हैं. हेलीकॉप्टर से वह घूम रहे थे. यहां कांग्रेस को इग्नोर किया गया. इसका मतलब साफ है कि कांग्रेस अपने आप को सरेंडर कर दिया है. 


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