Minister Shravan Kumar: नीतीश कुमार अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन में शामिल नहीं हुए. इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. वहीं जब जेडीयू कोटे के मंत्री और नीतीश के करीबी श्रवण कुमार से सवाल पूछा गया कि सीएम क्यों नहीं गए? इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि सीएम नीतीश प्रगति यात्रा में व्यस्त हैं. तब भी उन्होंने राजभवन में जाकर लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात की थी. भले नीतीश कार्यक्रम में नहीं गए, लेकिन पूरी व्यवस्था सरकार की तरफ से की गई थी. जिन राज्यों से जो भी पीठासीन अधिकारी आए उनको पूरा सम्मान देने का काम किया गया.


आरजेडी को लेकर क्या बोले श्रवण कुमार


वहीं जब पूछा गया कि सीएम नीतीश को ऑफर देने के बाद आरजेडी एनडीए में शामिल पशुपति पारस एवं जीतन राम मांझी पर डोरे डाल रही है. उनके लिए दरवाजा खुला होने की बात कह रही है. इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि आरजेडी के दरवाजे में कोई दम नहीं है. एनडीए में सब एकजुट हैं. जो राज्य के विकास के लिए काम करता है जनता उसके साथ रहती है. नीतीश कुमार 19 साल से बिहार का विकास कर रहे हैं.


बता दें दो दिवसीय 85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन में सीएम नीतीश शामिल नहीं हुए. इसमें तमाम राज्यों के स्पीकर, लोकसभा स्पीकर, राज्यसभा के उप सभापति व कई बड़े लोग पहुंचे थे. नीतीश नदारद थे. नहीं गये थे. 20-21 को पटना में विधानसभा में सम्मेलन का आयोजन किया गया था.
दरअसल 20 जनवरी को CM नीतीश प्रगति यात्रा के तहत सुपौल में थे. 20 की रात पटना आए व 21 जनवरी को दोपहर में पटना से किशनगंज चले गए थे. दोनों दिन सम्मेलन में विधानसभा नहीं गए.


वहीं इस पर आरजेडी सवाल खड़े कर रही है. दावा कर रही है कि नीतीश अमित शाह के बयान से नाराज हैं. आरजेडी ने दावा किया कि 18 जनवरी को दिल्ली में संजय झा के आवास पर मकर संक्रांति पर चूड़ा दही भोज कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. वहां अमित शाह आए थे. RJD दावा कर रही है कि अमित शाह ने वहां ऑफ रिकॉर्ड पत्रकारों से बातचीत की.


2025 चुनाव के बाद एनडीए के सीएम को लेकर चर्चा 


आरजेडी के अनुसार अमित शाह से सवाल पूछा गया कि एनडीए के सीएम फेस को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है क्या? आरजेडी के अनुसार अमित शाह ने यह जवाब दिया कि सीएम फेस की तो हम लोग नीतीश कुमार से ही मिल कर मुख्यमंत्री पद के बारे में चर्चा करेंगे. अब आरजेडी सवाल पूछा रही है की जिसको मुख्यमंत्री बनना है, उससे आप क्यों चर्चा करेंगे की सीएम कौन होगा?


इससे तो साफ है कि आप उनको 2025 के चुनाव जीतने पर मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते हैं. इससे पहले अमित शाह ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा था कि 2025 बिहार चुनाव के बाद सीएम कौन बनेगा यह BJP की बैठक में तय होगा. आरजेडी यह भी दावा कर रही है कि जीतन राम मांझी नीतीश के इशारे पर ज्यादा सीटों के लिए बीजेपी पर दबाव बना रहे हैं और कैबिनेट छोड़ने की धमकी दे रहे हैं.