Ravi Shankar Prasad: 'महिला की पिटाई होगी तो कार्रवाई नहीं होगी क्या, ये कौन सी दादागिरी है', रविशंकर प्रसाद का AAP पर निशाना
Ravi Shankar Prasad: सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट को गलत ठहराया है. उन्होंने आप पर निशाना साधा है. कहा स्वाति मालीवाल खिलाफ जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वो सही नहीं है.

Swati Maliwal Case: राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) के साथ हुई बदसलूकी मामले में बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने रविवार (19 मई) को अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि रोज उनकी (आप) कलई खुल रही है. महिला की पिटाई होगी तो कार्रवाई नहीं होगी क्या? ये कौन सी दादागिरी है. इससे पहले भी उन्होंने एक बयान में कहा था कि ये निचले स्तर की राजनीति है. स्वाति मालीवाल खिलाफ क्या-क्या आरोप लगाए जा रहे हैं, जो सही नहीं है.
स्वाति मालीवाल पर क्या बोले रविशंकर प्रसाद
सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, "जेल जाते हैं तो इस्तीफा नहीं देते हैं. उनके स्टाफ महिला को पीटते हैं. अब जब पुलिस की जांच हो रही है तो उनके खिलाफ क्या-क्या आरोप लगाए जा रहे हैं. अरिवंद केजरीवाल का ये कौन सा मॉडल है."
#WATCH पटना: दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल द्वारा आज पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किए जाने को लेकर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "इस्तीफा उन्होंने दिया नहीं, उनकी पार्टी के महिला सांसदों को उनके स्टाफ पीटते हैं तो कार्रवाई नहीं होगी? अरविंद… pic.twitter.com/a75bjiRvsg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 19, 2024
क्या है स्वाति मालीवाल का आरोप
बता दें कि स्वाति मालीवाल बदसलूकी मामले में आप और बीजेपी आमने-सामने है. दिल्ली से लेकर बिहार तक के नेताओं के बयान आ रहे हैं. वहीं आप पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक विभव कुमार के खिलाफ लगे इस आरोप को निराधार बताया है. जबकि राज्यसभा सदस्य मालीवाल ने वीडियो जारी कर उन पर मारपीट के आरोप लगाए हैं. वहीं दिल्ली पुलिस ने विभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 509, 323 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
क्या है आप नेताओं का कहना?
स्वाति मालीवाल मामले को लेकर आप नेताओं का कहना है कि पूरा मामला एक षड्यंत्र है. बीजेपी ने ये सब रचा है. स्वाति मालीवाल तो सिर्फ इस साजिश में मोहरे की तरह हैं. क्योंकि उनके खिलाफ एसीबी में केस है. आप नताओं का कहना है कि बीजेपी इसी तरह विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर दबाव बनाती है. बहरहाल अब दोनों पार्टी के नेता भले ही एक दूसरे पर आरोप लगाएं , लेकिन मामले का पूरी और निष्पक्ष जांच होने के बाद ही दूध का दूध पानी का पानी होगा.
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