पूर्णिया: पूर्णिया के रघुवंश नगर ओपी का मोजम पट्टी गांव एक बार फिर हत्या की वारदात से दहल उठा है. कुख्यात बूचन यादव के मुंशी पप्पू सिंह की जिंदा जला कर निर्मम हत्या कर दी गई. बूचन यादव के गौरीपुर स्थित ईट भट्ठा से मुंशी पप्पू सिंह का जला हुआ विभत्स शव बरामद हुआ है.



मृतक मुंशी पप्पू सिंह उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का निवासी था जो पिछले 25 वर्षों से बूचन यादव के ईट भट्ठा पर रहकर मुंशी का काम करता था. कुख्यात बूचन यादव के साढू निरंजन कुमार उर्फ गुड्डू का कहना है कि मोजमपट्टी में पिछले तीन दशक से चल रहे गैंगवार के कारण ही मुंशी की जिंदा जलाकर हत्या की गई है.



इनकी माने तो विपक्षी अखिलेश यादव और भूषण यादव ने ही जला कर पप्पू सिंह की हत्या की है. मृतक पप्पू सिंह बीती रात अपने बेटी से मोबाइल से बात किया था और कहा था कि जल्द ही वह उन्नाव आएंगे. लेकिन दूसरे दिन ही सुबह में ईट भट्ठा पर पूरी तरह जला हुआ पप्पू सिंह का शव बरामद हुआ.



सूचना मिलते ही रघुवंश नगर थानाप्रभारी महादेव कामत, बरहरा कोठी थाना प्रभारी सुनील कुमार और धमदाहा के एसडीपीओ समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गई है.



रघुवंश नगर थाना प्रभारी महादेव कामत ने कहा कि स्थानीय लोगों के अनुसार यह शव पप्पू सिंह की है.मृतक का शव पूरी तरह जला हुआ है जिस कारण पहचान करना मुश्किल है. पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा इसकी हत्या हुई है या शार्ट सर्किट दुर्घटना से इसकी मौत हुई है.



इस मामले में निरंजन उर्फ गुड्डू का कहना है कि मोजमपट्टी गांव में पिछले 30 साल से बूचन यादव, बालों यादव और अखिलेश यादव के बीच गैंगवार हो रहा है.जिसमें कुख्यात बूचन यादव बालों यादव समेत करीब तीन दर्जन लोगों की हत्या हो चुकी है. सिर्फ जनवरी माह में ही मोजमपट्टी गांव में गैंगवार में अब तक 4 लोगों की हत्या हो चुकी है.



बहरहाल देखना है कि पुलिस की जांच में क्या खुलासा हो पाता है और अपराधी कब तक गिरफ्तार हो पाते हैं.लगातार हो रहे इस गैंगवार को काबू पाने में पुलिस कितना सफल हो पाती है. हत्या के लगातार हो रहे वारदात से गांव में दहशत है और इस मामले को लेकर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नही है.