Muzaffarpur Dalit Minor Girl Murder Case: मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र में दलित नाबालिग लड़की की हत्या के बाद रविवार 18 अगस्त को एक संगठन के जरिए गांव में स्थानीय लोगों के साथ मारपीट की गई. मौके पर पहुंची पुलिस पर भी हमला किया गया. पुलिस ने संगठन के कई लोगों को पकड़ा है. हालांकि पुलिस ने हमले में अभी किसी भी संगठन के हाथ होने की पुष्टि नहीं की है. बताया जा रहा है कि आरोपी के घर में तोड़-फोड़ और मारपीट की गई है. संगठन के अध्यक्ष सहित कई लोगों को डिटेन किया गया है.


सड़क जाम और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी 


दरअसल पारु थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव में दलित युवती की हत्या मामले में नए-नए करनामें सामने आ रहे हैं. ताजा मामला रविवार को हुआ, जब पूर्णिया सांसद पप्पू यादव और बिहार सरकार के मंत्री जनक राम का दौर था. इसी दौरान एक संगठन के कार्यकर्ता भी अपने विभिन्न नेताओं के साथ सैकड़ों की संख्या में पहुंचे थे. इन लोगों ने सबसे पहले सरैया थाना क्षेत्र के मानिकपुर चौक को जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. उसके बाद वहां से ये ग्रुप पारु थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव पहुंच गया और मुख्य आरोपी संजय यादव के साथ-साथ करीब एक दर्जन घरों में जमकर उत्पात मचाया.


गांव के घरों में रखे सामान को तीतर बीतर कर तोड़फोड़ किया और लोगों से मारपीट की. वहां जितने भी चाहे ट्रैक्टर हो, चार चक्का हो या बाइक हो सब को तोड़फोड़ करना शुरू किया. सूचना के बाद सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन के नेतृत्व में आस-पास के सभी थाना की पुलिस उक्त गांव के लिए निकल गई. गांव में पहुंचते ही पुलिस ने उपद्रव कर रहे सभी लोगों को खदेड़ा. इस दौरान  उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी शुरू कर दी. पुलिस ने आत्मरक्षा में लाठी भी चलाई.


इसी दौरान पुलिस ने एक संगठन के कार्यकर्ता गोल्डन दास समेत कई लोगों को पकड़ा है. गोल्डन दास पर बिहार के विभिन्न जिलों के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी उसके ऊपर करीब डेढ़ दर्जन से अधिक कांड दर्ज हैं. पूछताछ में यह पता चला है कि वो करीब आधा दर्जन कांड में वांटेड है. गोल्डन दास के कहने पर इस तरह का षड्यंत्र जातीय उन्माद को फैलाने की कोशिश पारु थाना क्षेत्र में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के नाम पर की गई थी.


एसडीपीओ कुमार चंदन ने क्या कहा? 


गोल्डन दास के हिरासत में लेने की पुष्टि सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन ने की है. उन्होंने कहा कि पुलिस पर पत्थरबाजी के साथ-साथ गांव में कई घरों को नुकसान पहुंचाया गया है. मारपीट की गई है. विधि व्यवस्था खराब की गई है. सड़क जाम भी किया गया था पुलिस के टीम आगे की कार्रवाई में जुटी है. उपद्रव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उसकी भी जांच की जा रही है. दोषी कोई भी हो कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है. पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.


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