Bihar News: मुजफ्फरपुर में नौकरी के नाम पर यौन शोषण का बड़ा मामला उजागर, हजारों रुपये लेकर फेसबुक पर देता था जॉब ऑफर
Muzaffarpur Crime: मुजफ्फरपुर में युवतियों को नौकरी देने के नाम पर यौन शोषण करने और बंधक बनाए जाने के मामले में पुलिस जांच में जुटी है. फेसबुक के जरिए महिलाओं को चीट करने की बात सामने आई है.
Muzaffarpur Girl Sexually Exploited: बिहार के मुजफ्फरपुर में सोमवार (17 जून) को नौकरी देने के नाम पर कई लड़कियों की इज्जत लूटे जाने का मामला सामने आया है. नौकरी का झांसा देकर यौन शोषण करने की ताजा घटना आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि आखिर कोई महिला काम करने के नाम पर घर से बाहर जाती है तो उसके साथ किस हद तक हैवानियत हो सकती है.
नौकरी देने का झांसा देकर बंधक बनाया
पूरा मामला जिला के अहियापुर इलाके का है, जहां पर कई लड़कियों को नौकरी देने का झांसा देकर बंधक बनाया गया उनके साथ मारपीट की गई और फिर उनका यौन शोषण भी किया गया. उसमें से एक युवती ने हिम्मत दिखाकर जब इस पूरे प्रकरण पर मामला दर्ज करवाया तो हकीकत सामने आई. छपरा की एक पीड़िता ने अहियापुर थाने में मामला दर्ज कराया है. यही नहीं बल्कि पिटाई का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पीड़िता की बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की जा रही है.
मामले को लेकर पीड़िता ने बताया कि फेसबुक पर महिलाओं के लिए जॉब ऑफर के पोस्ट के माध्यम से वह DVR संस्था से जुड़ी, जहां अप्लाई करने पर चयन होने के बाद प्रशिक्षण के नाम पर 20 हजार की मांग की गई. 20 हजार जमा करने के बाद बहुत सारी लड़कियों के साथ उसे अहियापुर थाना क्षेत्र में रखा गया. लगभग तीन महीने तक गुजर जाने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली तो उसने संस्था के एक अधिकारी के समक्ष अपनी बात रखी, तब उसे यह बताया गया कि 50 और लड़कियों को संस्था से जोड़ने पर उसकी सैलरी 50 हजार कर दी जाएगी.
जबरदस्ती युवती से किया विवाह
इसी बीच अहियापुर स्थित संस्था के कथित दफ्तर और हॉस्टल पर पुलिस की छापेमारी हुई, जहां पर से बहुत सी लड़कियों को पुलिस ने छुड़ाया भी, लेकिन छापेमारी की भनक मिल जाने से सीएमडी तिलक सिंह ने उसे और अन्य लोगों को हाजीपुर शिफ्ट करा दिया. यहां उसके साथ जबरदस्ती तिलक सिंह ने विवाह कर लिया. पीड़िता का कहना है कि मुजफ्फरपुर रहते हुए भी तिलक सिंह ने उसके साथ जोर जबरदस्ती कर शारीरिक संबंध बनाया था. उस दौरान वह गर्भवती भी हुई थी, जिसका तिलक सिंह ने गर्भपात करा दिया था.
पीड़िता ने बताया कि हाजीपुर में रहते हुए जब मायके जाने की जिद करती थी तो उसे जबरदस्ती मारपीट कर चुप कर दिया जाता था. इस बीच कंपनी के चीट फंड होने का उसे एहसास हो गया. उसने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराना मुनासिब समझा. क्योंकि वह नहीं चाहती थी कि जैसे उसकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया वैसे किसी अन्य लड़कियों के साथ यह खिलवाड़ हो.
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