Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच के आईसीयू में भर्ती किडनी पीड़िता सुनीता की सोमवार (21 अक्टूबर) को मौत हो गई. बीते एक हफ्ते से वो लगातार बीमार चल रही थी और बीते कुछ दिनों से तबीयत बिगड़ती जा रही थी. आज उसकी मौत के बाद परिजनों में चीख पुकार मच गई. सुनीता की मौत के बाद पति और बच्चे उदास हैं. वहीं इस मामले की पुष्टि एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ सतीश कुमार सिंह ने कर दी है.


दो साल पहले निकाल ली गई थी दोनों किडनी 


दरअसल बीते दो वर्ष पूर्व सुनीता के यूट्रस का ऑपरेशन जिले के सकरा स्थित एक निजी नर्सिंग होम में करवाया गया था, जहां लापरवाही की वजह से उसकी दोनों किडनी निकाल ली गई थी. इसके बाद से एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज में वो भर्ती थी और उसका इलाज यहां पर चल रहा था. सुनीता के पति अक्लू राम ने बताया कि बीते 5 दिन से पत्नी की हालत गंभीर हो रही थी. इसके बाद सेहत में भी सुधार नहीं था. सरकार की ओर से लगातार इलाज किया जा रहा था. साथ ही सरकार की ओर से अब तक 14 लाख रुपये सहायता की राशि मिली है. आज सुनीता की मौत हो गई है.


उपाधीक्षक डॉ सतीश कुमार सिंह ने बताया कि एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज में भर्ती सुनीता देवी जो किडनी पीड़िता थी, आज उसकी मौत हो गई है. उसकी हालात बीते कुछ दिन से खराब चल रही थी और लगातार ही उसकी सेहत में गिरावट आ रही थी. यहां पर उसका इलाज चिकित्सक की निगरानी में 24 घंटे लगातार किया जा रहा था, अब इसमें आगे की कार्रवाई के लिए पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद परिजन को शव सौंप दिया जाएगा.


सुनीता को किडनी डोनर का था इंतेजार


बता दें कि सुनीता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से किडनी की मांग भी की थी, लेकिन यह बात कहे महीनों बीत गए. सीएम नीतीश कुमार और जेपी नड्डा ने एसकेएमसीएच में उससे मुलाकात भी की थी. हालांकि सरकार से रुपयों और इलाज में मदद जरूर मिली, लेकिन वो दो साल से कीडनी डोनर का इंतजार करती रही लेकिन कोई उसकी मदद को आगे नहीं आया. आज सुनीता अपने दो बच्चों और पति को अकेला छोड़ इस दुनिया से चली गई, लेकिन जाते-जाते उसने मरे हुए मानवीय अहसास को थोड़ी देर के लिए ही सही झंकझोर कर रख दिया. 


ये भी पढ़ेंः Bihar News: बिहार में स्वास्थ्य मंत्री की ये हालत!, सदर अस्पताल वालों ने सर्जिकल टोपी की जगह 'शूज कवर' पहना दिया