Police Disclose Minor Girl Murder Case: मुजफ्फरपुर के बहुचर्चित दलित नाबालिग हत्या मामले में मुख्य अभ्युक्त संजय राय समेत चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. संजय राय की गिरफ्तारी अररिया जिला से हुई है, जिसमें मुख्य आरोपी संजय राय बंगाल भागने की फिराक में थे. विशेष टीम ने एक बस से उसकी गिरफ्तारी की गई है. अब तक इस हत्या मामले में कुल पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि दो लोगों की तलाश जारी है. पूरे मामले का एसएसपी राकेश कुमार ने सोमवार 19 अगस्त को प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा किया है. 


मृतिका और संजय राय में था प्रेम संबंध


दरअसल मुजफ्फरपुर के पारू थाना बीते 12 अगस्त को पारू थाना इलाके में हत्या की वारदात हुई थी. नाबालिग हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पूरा मामला प्रेम प्रसंग का है. लड़की के जरिए शादी करने का दबाव बनाने को लेकर हुई अनबन के बाद से मुख्य आरोपी संजय राय ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर लड़की को लोहे की रॉड से मारकर घायल किया था. घायल लड़की की हत्या करने के लिए खुरपी का प्रयोग किया गया था. जिसे पुलिस पहले ही दिन घटनास्थल से बरामद कर चुकी थी.


इसके बाद पुलिस इस मामले में कार्रवाई करते हुए अब तक पांच लोगों को गिरफ्त में ले चुकी है. एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि घटना के दिन नाबालिग लड़की को कॉल करके बुलवाया गया था, जहां घटनास्थल पर पहले से ही आरोपी संजय राय मौजूद था. वहीं इन दोनों के मिलने की जानकारी गांव के उन पांच लड़कों को भी थी, जिन्होंने पहले से ही दोनों की रेकी कर रखी थी. इसके बाद युवती और संजय राय को उन पांचों ने रंगे हाथ पकड़ लिया और दोनों की पिटाई कर दी. इस दौरान लड़की बेहोश हो गई. आरोपियों ने लड़की की रॉड से पिटाई की थी. जिसके बाद सभी पांचों गांव के लड़के वहां से फरार हो गए.


खुरपी से गोदकर लड़की की हत्या की


फिर उसके बाद संजय राय को लगा कि जिंदा रहने के बाद उसका भेद खुल जाएगा, इसके बाद संजय ने खुरपी से गोदकर लड़की की हत्या कर दी और शव को मौके से हटा कर 100 मीटर दूर ले जाकर पानी से भरे एक चवर में फेंक दिया और मौके से फरार हो गया. इसके बाद पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर करवाई की और मृतका के शव का पोस्टमार्टम कराया. अन्य जांच भी की गई, जिसमें मृतका के मौत के कारण की पुष्टि हुई और इसमें रेप जैसी कोई भी घटना को अंजाम दिए जाने की पुष्टि नहीं हुई है.


इसके अलावा डीआईयू और अन्य तकनीक टीम की मदद से जांच कर खुलासा किया गया, जिसमें इसकी पुष्टि हुई थी कि मृतका और आरोपी संजय राय के बीच में बीते तीन वर्ष पूर्व से नजदीकी थी और आरोपी मृतका से शादी करना चाहता था करीब तीन साल से मृतका और संजय राय के फोन का काल डिटेल भी मिला है, जिसमें दोनो घंटो बात करते थे.


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