Nalanda News: नालंदा में सिपाही की पत्नी का शव घर से बरामद, हिरासत में लिया गया पुलिसकर्मी, क्या है मामला?
Nalanda Crime News: मामला नालंदा के सोहसराय थाना इलाके के खासगंज मोहल्ला का है. महिला के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है.
Bihar News: बिहार के नालंदा में शुक्रवार (27 दिसंबर) को एक सिपाही की पत्नी का शव बरामद किया गया है. घटना की जानकारी के बाद मायके के लोग भी पहुंचे. इस पूरे मामले में पुलिस ने महिला के सिपाही पति को हिरासत में ले लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है. मृतका की पहचान सोहसराय थाना इलाके के खासगंज मोहल्ला निवासी सिपाही ओम प्रकाश दिवाकर की 24 वर्षीय पत्नी अनुराधा कुमारी के रूप में हुई है.
2019 में हुई थी शादी... अब मचा हड़कंप
बताया जाता है कि बिहार थाना इलाके के उपरौरा गांव की रहने वाली अनुराधा कुमारी की शादी 2019 में ओम प्रकाश दिवाकर के साथ हुई थी. फिलहाल इन दोनों की कोई संतान नहीं है. अनुराधा के पिता राजकिशोर पासवान ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी के समय 16 लाख रुपये उपहार के रूप में दिए थे. सुसराल वालों ने बीती रात गला दबाकर उनकी बेटी की हत्या कर दी. घटना के समय उसका सिपाही पति भी मौजूद था. इस घटना के बाद परिवार में हड़कंप मच गया है.
बुलेट और पांच लाख मांगने का आरोप
दूसरी ओर राजकिशोर पासवान ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनका दामाद बुलेट और पांच लाख रुपये की मांग कर रहा था. मांग पूरी नहीं करने पर बेटी से मारपीट की जाती थी. कई बार मामले को लेकर समझौता भी करवाया गया, लेकिन ओम प्रकाश दिवाकर को सिपाही होने का गुमान था. वो लगातार पांच महीनों से उसकी बेटी को परेशान कर रहा था.
मामले को लेकर क्या बोली पुलिस?
सोहसराय थाना प्रभारी राजमणि ने बताया कि महिला के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है. इसको लेकर महिला के पति को हिरासत में लिया गया है. उससे पूछताछ की जा रही है. महिला के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है. दहेज हत्या के आवेदन पर जांच के बाद कार्रवाई होगी.
सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम के पास से ही महिला के परिजन उसके शव को अर्थी पर रखकर कंधों पर उठाकर ले गए. चर्चा है कि एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण उन्हें ऐसा करना पड़ा. हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है. कहा ये भी जा रहा है कि अस्पताल से कुछ दूरी पर ही घर है इस वजह से परिजन शव को एंबुलेंस में न ले जाकर अर्थी पर ही ले गए.
यह भी पढ़ें: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की उठी मांग तो मनमोहन सिंह ने किया था ये खास काम, प्रदेश से था लगाव