People Uproar In Nalanda: नालंदा के बिहार थाना इलाके के खंदकपर शारदा पेट्रोल पंप के पास रविवार (26 मई) की देर रात एक निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा और क्लीनिक में तोड़फोड़ की. मृत महिला के परिजनों में इतना आक्रोश था कि बालकनी की छत पर से क्लीनिक में काम करने वाली नर्स को धक्का देकर नीचे फेंक दिया. जिससे महिला नर्स बुरी तरह जख्मी हो गई और उसका पैर टूट गया. सूचना मिलने के बाद स्थानीय थाना पुलिस दलबल के साथ क्लिनिक पहुंची और मामले में कार्रवाई की.
पेट में दर्द की शिकायत पर भर्ती हुई थी महिला
जानकारी के मुताबिक बिहार थाना इलाके के चैनपुरा गांव निवासी गुड़िया कुमारी को पेट में दर्द की शिकायत के बाद परिजनों ने इलाज के लिए ऑक्सफोर्ड मेडिकेयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. परिजनों का आरोप है कि इलाज के दौरान अस्पताल में नर्स ने दवाई दी. दवाई देने के बाद मरीज की तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ने लगी और देखते ही देखते उसकी मौत हो गई. परिजनों का यह भी आरोप है कि क्लीनिक में झोलाछाप डॉक्टर बैठे हैं और इसकी लापरवाही के कारण मरीज की मौत हुई.
मरीज के मौत होने के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर बवाल किया और अस्पताल के कई फर्नीचर और कई सामग्री को तोड़फोड़ दिया, हंगामा होने के बाद क्लीनिक के स्टाफ इधर-उधर भागने लगे. इस दौरान महिला नर्स पूनम कुमारी छत पर जाकर छुप गई. मगर गुस्से में आए लोगों ने उसे छत पर से धक्का दे दिया.महिला का स्थिति अभी नाजुक बनी हुई है. फिलहाल जख्मी नर्स का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. बताया जाता है कि मृत महिला का इलाज पूनम कुमारी ने ही की थी, जिस कारण महिला की मौत हुई.
'112 पुलिस ने नर्स को मॉब लिंचिंग से बचाया'
इस मामले में बिहार थाना पुलिस ने बताया कि इलाज के दौरान महिला की मौत के बाद परिवार वालों ने तोड़फोड़ की है मामले की जांच की जा रही है. आरोप है कि इलाज में लापरवाही बढ़ती गई, जिससे महिला की मौत हुई है. क्लीनिक के स्टाफ ने 112 पुलिस की टीम की मदद से नर्स को मॉब लिंचिंग की शिकार होने से बचा लिया. आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर मामला को शांत कराया गया है. निजी क्लीनिक के स्टाफ से भी पूछताछ की जाएगी.
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