Nawada News: नवादा में PNB ग्राहकों के करोड़ों रुपये गबन, पूर्व शाखा प्रबंधक समेत पांच कर्मी सस्पेंड
Nawada PNB: नवादा के पीएनबी बैंक में मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर रुपये गबन करने का आरोप लगा है. ग्राहकों के लगभग डेढ़ करोड़ रुपये गबन किए गए हैं.
PNB Employees Suspended In Nawada: नवादा के रजौली में पुराने बस स्टैंड स्थित पंजाब नेशनल बैंक शाखा में राशि गबन से जुड़ा एक मामला सामने आया है. मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक समेत पांच कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, जिसमें पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक राकेश रंजन, कर्मी केशव कुमार, विकास कुमार-1, विकास कुमार-2, प्रमोद शरण, अभिनंदन कुमार शामिल हैं. बैंक के कार्यरत अन्य कर्मी भी संदेह के घेरे में हैं.
कार्रवाई से बैंक में मचा हड़कंप
इस कार्रवाई से बैंक में हड़कंप मचा हुआ है. कहा जा रहा है कि कई ग्राहकों का तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपये का गबन किया गया है. बैंक के जोनल हेड पूरे मामले की जांच कर रहे हैं और जैसे-जैसे बैंक कर्मियों की संलिप्तता इस गबन में सामने आ रही है, वैसे-वैसे सभी को निलंबित किया जा रहा है. जोनल हेड ने रजौली स्थित बैंक की शाखा में जाकर पूरे मामले की छानबीन की. बैंक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह पता चला है कि मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी पंजाब नेशनल बैंक से टैगिंग है और यहीं से पंजाब नेशनल के अकाउंट होल्डरों को मेटलाइफ का जानकारी देकर उसका इंश्योरेंस कराया जाता था, इसी के जरिए राशि का गबन किया गया है.
यह भी पता चला है कि बैंक कर्मी शाखा प्रबंधक से मिलीभगत करते हुए मेट लाइफ के नाम से ही एक अकाउंट अपने ब्रांच में खोलकर रखे हुए थे और ग्राहक से इंश्योरेंस में पैसा जमा करने के नाम पर चेक लेते थे. इस अकाउंट में पैसा को डेबिट करते हुए रुपया निकालते थे. मेटलाइफ में नवीनीकरण जमा करने के नाम पर बैंक कर्मी मेटलाइफ के ग्राहकों से चेक लेते थे और अपने अकाउंट में क्रेडिट कर पैसा को डेबिट कर लेते थे.
रजौली के निवासी संजय कुमार अधिवक्ता ने बताया कि मार्च के महीने में उनसे मेटलाइफ में पैसा जमा करने के नाम पर पांच लाख रुपये का सेल्फ चेक लिया गया था. उनके खाते से पैसे की निकासी भी हो गई, लेकिन आज तक मीट लाइफ में पैसा नहीं जमा हो पाया है. यह कोई एक शिकायत नहीं है, इस तरह का काम कई ग्राहकों के साथ किया गया है. हालांकि पूरे मामले पर जांच का हवाला देते हुए बैंक अधिकारियों ने विशेष जानकारी देने से परहेज किया है. इधर, ग्राहकों में रुपये को लेकर भय का माहौल बना है. उन्हें डर सता रहा है कि कहीं रुपये डूब न जाए. बहरहाल देखना होगा कि बैंक इस मामले में क्या स्थिति स्पष्ट करता है.
वैसे तो पीएनबी मेट लाइफ इंश्योरेंस करवाने वाले कई हैं, लेकिन रजौली नगर पंचायत के ड्योढ़ी निवास संजय कुमार अधिवक्ता ने जब पूरे ठगी के बारे में पता चला तो वह मंगलवार को पीएनबी की रजौली शाखा पहुंचे और जांच अधिकारियों को लिखित रूप से अपने साथ हुए स्कैम की शिकायत की. उन्होंने बताया कि मुझे पांच लाख रुपये बैंक में फिक्स करना था, इसी को लेकर उस समय मैं पीएनबी की रजौली शाखा गया था. तत्कालीन शाखा प्रबंधक राकेश रंजन और स्थानीय रिकवरी एजेंट नवीन प्रसाद के कहने पर हमने पीएनबी मेट लाइफ का इंश्योरेंस लिया, लेकिन मुझे आज तक उस इंश्योरेंस का कोई प्रमाण नहीं मिला.
विजय कृष्ण है मामले का मास्टरमाइंड
बता दें कि विजय कृष्ण पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस का एम्प्लॉई है. उसने रजौली ब्रांच में बैठकर पंजाब नेशनल बैंक के प्रीमियम कस्टमरों को चिन्हित कर पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस का बीमा किया और सालाना प्रीमियम के पैसे को शाखा प्रबंधक और अन्य बैंक कर्मियों के मिली भगत से अपने साढू महेंद्र कुमार दुबे व अपनी पत्नी और कई रिश्तेदारों के बैंक खातों में प्रीमियम के पैसे को बैंक के अधिकारी और कर्मियों के मिलीभगत से ट्रांसफर करवाया. पूरे पैसे की बंदरबांट की गई.
जानकारी प्राप्त हुई है कि मेट लाइफ ने अपने कर्मी विजय कृष्ण को निलंबित करते हुए प्राथमिकी भी दर्ज कराई है. उधर स्कैम की सूचना पर पटना से आई जांच टीम लगातार दो दिन से पंजाब नेशनल बैंक में स्कैम से संबंधित जांच कर रहे है.
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