Bihar News: नवादा में ढाढर नदी की तेज धार में डूबा शख्स, SDRF की खोजबीन जारी
Man drowned : नवादा के हदसा गांव का धरमु मांझी नदी पार करते वक्त पानी की तेज धार की चपेट में आ गया और डूब गया. स्थानीय प्रशासन और गोताखोरों संग एसडीआरएफ की टीम तलाश में जुटी
Man Drowned In Dhadhar River: नवादा में शनिवार (24 अगस्त) को हिसुआ थाना क्षेत्र के हदसा गांव से होकर गुजरने वाली ढाढर नदी को पार करने के क्रम में एक शख्स डूब गया. कई घंटे बाद भी डूबे हुए शख्स का पता नहीं चल सका. स्थानीय गोताखोरों ने उसे ढूंढने का काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. तब ग्रामीणों ने घटना की सूचना प्रशासन को दी, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन एसडीआरएफ की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर डूबे हुए व्यक्ति की तलाश में जुटी हुई है.
काम से नदी के उस पार गया था शख्स
घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हदसा गांव के किशुन मांझी का 40 वर्षीय पुत्र धरमु मांझी नदी पार करते वक्त पानी के तेज धार की चपेट में आ गया और वह डूब गया. उसे खोजने के लिए स्थानीय गोताखोरों ने काफी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली. शनिवार की सुबह धरमु मांझी किसी काम से नदी के उस पार गया था. वापस लौटने के क्रम में नदी पार करने के दौरान वह नदी की तेज धार में बह गया. सूचना के बाद एसडीआरएफ की टीम अपने गोताखोरों के साथ नदी में उतरकर उसे ढूंढने में जुटी हुई है.
अत्यधिक बालू उठाव के कारण होता है हादसा
स्थानीय लोगों का कहना है कि नदी से अत्यधिक मात्रा में बालू उठाव किए जाने को लेकर नदी में कई जगहों पर काफी गड्ढा खोद दिया जाता है. इस कारण नदी में थोड़ा सी भी पानी आने के कारण पानी का बहाव काफी तेज हो जाता है और लोग खींचे हुए चले जाते हैं. बालू उठाव के दौरान नियमों का पालन नहीं किया जाता है.
पिछले वर्ष भी बहे थे तीन व्यक्ति, दो की हुई थी मौत
बता दें कि पिछले वर्ष भी हदसा हुआ था, जब गांव के ही तीन किसान नदी पार कर अपने खेतों को देखने के लिए जा रहे थे. तभी नदी के तेज बहाव में तीनों व्यक्ति डूब गए थे, जिसमें एक व्यक्ति किसी तरह तैर कर बाहर निकल गया था जबकि दो की डूबने से मौत हो गई थी. उस वक्त भी स्थानीय गोताखोरों के नाकाम रहने पर एसडीआरएफ की टीम को बुलाई गई थी. तब दो दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद बालू में दबे दोनों व्यक्तियों के शव को निकाला गया था. यह नदी गया और नवादा जिले की सीमा को भी रेखांकित करती है, जिस कारण दोनों जिले के बालू माफिया इस नदी से काफी मात्रा में बालू का उठाव करते हैं.