Bihar MLC By-Election 2025: आरजेडी से एमएलसी रहे सुनील कुमार सिंह की सदस्यता जाने के बाद उस सीट के लिए उपचुनाव होना है. इसके लिए नोटिफिकेशन जारी हो चुका है. 23 जनवरी को विधानसभा में वोटिंग होगी. नामांकन की प्रक्रिया 6 जनवरी से शुरू है. इसके लिए अंतिम तिथि 13 जनवरी है. आरजेडी की ओर से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन बिहार एनडीए ने अपने कैंडिडेट का ऐलान कर दिया है. मंगलवार (07 जनवरी, 2025) को जेडीयू कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. ऐलान किया गया कि एनडीए की ओर से जेडीयू के पुराने नेता ललन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है.
जेडीयू कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल मौजूद रहे. चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (रामविलास) और जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से प्रदेश स्तर के बड़े नेता भी मौजूद रहे. सबने ललन प्रसाद का समर्थन किया है.
क्या बोले उमेश कुशवाहा?
इस मौके पर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि ललन प्रसाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ काफी पहले से जुड़े रहे हैं. नीतीश कुमार की समता पार्टी जब थी उस समय से ललन प्रसाद साथ रहे हैं. हमारे नेता (नीतीश कुमार) ने उनके नाम पर मुहर लगाई है. सभी दलों ने की सहमति बन गई है.
वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि ललन प्रसाद काफी पुराने और अनुभवी नेता हैं. उनके एमएलसी बनने से एनडीए काफी मजबूत होगा. एलजेपी रामविलास के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि हमारे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि हमारे नेता चिराग पासवान के संसदीय क्षेत्र जहां से अभी अरुण भारती सांसद हैं उस इलाके से ललन प्रसाद आते हैं और पार्टी के स्थापना से ही हम लोग के सहयोगी के रूप में काम कर चुके हैं. हमारी पार्टी खुशी जाहिर कर रही है.
कौन हैं ललन प्रसाद?
52 वर्षीय ललन प्रसाद शेखपुरा जिले के सुजावलपुर गांव के रहने वाले हैं. विधानसभा क्षेत्र शेखपुरा और लोकसभा क्षेत्र जमुई है. 1994 से आज तक वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जुड़े हुए हैं. अभी जेडीयू में क्रियाशील सदस्य के रूप में हैं जिसकी संख्या 87010 है. ललन प्रसाद धानुक जाति से आते हैं. ये कुर्मी कोइरी की उपजाति है. ललन प्रसाद 2001 से 2006 तक घाट कुसुंभा प्रखंड के जेडीयू प्रखंड अध्यक्ष रहे हैं. 2009 से 2013 तक जेडीयू शेखपुरा जिला के उपाध्यक्ष रहे हैं.
इसके अलावा अस्थावां विधानसभा के प्रभारी भी रह चुके हैं. शेखपुरा में जेडीयू के विस्तार में उनकी सक्रिय भूमिका रही है. वे जेडीयू के प्रदेश राजनीतिक सलाहकार समिति के सदस्य भी रह चुके हैं. तीन टर्म शेखपुरा जिला पार्षद के सदस्य रह कर जल प्रतिनिधि के रूप में काम कर चुके हैं. सबसे बड़ी बात है कि उन पर आज तक कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है. विधानसभा में एनडीए के सदस्यों की संख्या ज्यादा होने के कारण उनकी जीत तय मानी जा रही है.
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