NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक में NTA ने 11 अभ्यर्थियों का रोल कोड EOU को भेजा, अब तक नहीं दिया गया मूल प्रश्न पत्र
EOU Investigation: कथित नीट पेपर लीक मामले में ईओयू ने बड़ा खुलासा किया है. ईओयू की जांच के दौरान कुछ प्रश्न पत्र जले हुए मिले हैं. जिसकी जांच एफएसएल की टीम से कराई जा रही है.
EOU Investigation In NEET Paper Leak: पूरे देश में नीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर बवाल मचा हुआ है. कई छात्रों के मार्क्स सौ प्रतिशत आने के बाद पेपर लीक होने की बात और जोर पकड़ने लगी. बिहार में कथित पेपर लीक की जांच 5 मई को परीक्षा खत्म होने के बाद से ही चल रही है, क्योंकि रांची से केंद्रीय एजेंसियों ने पटना पुलिस को सूचना दी थी कि नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कराने की कोशिश की जा रही है. अब इस मामले की जांच कर रही ईओयू ने बड़ा खुलासा किया है. ईओयू की जांच के दौरान कुछ प्रश्न पत्र जले हुए मिले हैं. जले हुए पेपर पटना के खेमनीचक इलाके में एक स्कूल की छत से मिले हैं.
जांच के लिए EOU ने NTA से मांगा मूल प्रश्न पत्र
ईओयू ने एफएसएल जांच के लिए NTA से मूल प्रश्नपत्र भी मांगा था, लेकिन अभी तक मूल प्रश्न पत्र NTA ने नहीं भेजा है. GOAL Institute के एमडी प्रोफेसर बिपिन सिंह ने कहा है कि ईओयू को जला हुआ प्रश्न पत्र मिला है. एफएसएल जांच के लिए NTA से EOU ने मूल प्रश्नपत्र भी मिलान के लिए मांगा था. 13 आरोपियों को पेपर लीक में गिरफ्तार किया गया है, लेकिन जांच में अब तक कुछ साफ रिपोर्ट नहीं आई है, जो बताया जाए की जांच कहां तक पहुंची.
वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से 11 रोल कोड मिले हैं. NTA से ईओयू ने इन 11 रोल कोड से जुड़े परीक्षार्थियों के बारे में जानकारी काफी पहले मांगी थी. अब जाकर NTA ने 11 अभ्यर्थियों का डिटेल भेजा है. ईओयू अब इन 11 अभ्यर्थियों को नोटिस जारी कर पूछेगी कि परीक्षा माफियाओं के पास इनके डॉक्यूमेंटस और अन्य जानकारी कैसे पहुंची?
बता दें कि 5 मई को केंद्रीय एजेंसियों से पेपर लीक मामले की सूचना मिलने के बाद पटना पुलिस ने इस मामले में तफ्तीश के बाद 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जिनमें 6 परीक्षा माफिया, 4 अभ्यर्थी और 3 अभिभावक शामिल हैं. पटना एसएसपी ने एसपी सेंट्रल के नेतृत्व में SIT का गठन किया था, जिसमें दो डीएसपी रैंक के अफसर और छह इंस्पेक्टर शामिल थे. पटना पुलिस ने शास्त्री नगर थाने में FIR दर्ज कराई थी. इस केस में जांच अधिकारी दारोगा तेज नारायण सिंह बनाये गए थे.
'परीक्षा से एक दिन पहले मिल गए थे पेपर'
वहीं, इस मामले में गिरफ्तार आयुष नाम के अभ्यर्थी ने पुलिस की पूछताछ में यह दावा किया था कि रविवार 5 मई को NEET की परीक्षा हुई थी, लेकिन परीक्षा से एक दिन पूर्व शनिवार की रात ही प्रश्न पत्र हमको मिल गया था. प्रश्न पत्र बिल्कुल वही प्रश्न पत्र था, जो 5 मई को परीक्षा में पूछा गया था. आयुष ने दावा किया था कि उसके साथ कुछ और अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र और उत्तर रटवाया गया था. आयुष की इस बात का जिक्र एफआईआर में भी है. पुलिस आयुष के दावे की सच्चाई का पता करने में जुट गई.
इस केस के जांच अधिकारी तेज नारायण सिंह ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने के लिए पटना सिविल कोर्ट के एसीजेएम की अदालत में पेश किया था. उन्होंने अग्रसारण प्रतिवेदन में लिखा था कि आरोपियों ने NEET का प्रश्नपत्र लीक कर कदाचार किया है. 10 मई को कथित पेपर लीक की जांच की कमान बिहार कि आर्थिक अपराध इकाई (EOU) को सौंप दी गई थी. अब ईओयू इसकी जांच कर रही है, जिसमें पेपर लीक से जुड़े कई नए तथ्य सामने आ रहे हैं.
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