पटनाः मंगलवार को दिनभर चली सियासी उठापटक के बीच यह तय हो गया कि बिहार में एक बार फिर महागठबंधन की सरकार बनेगी और बुधवार को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) 8वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे. बुधवार को दोपहर 2 बजे शपथ ग्रहण होगा. सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) डिप्टी सीएम बनेंगे. मंगलवार को नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव और महागठबंधन के नेताओं के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया.  राज्यपाल को सौंपी गई चिट्ठी में 164 विधायकों समर्थन है. जानिए दिन भर की दस बड़ी बातें.


सुबह 11 बजे से शुरू हुई थी बैठक


बिहार के सियासी गलियारे में क्या होने वाला है यह सुबह तक किसी को पता नहीं था. पता सिर्फ इतना था कि सुबह 11 बजे आरजेडी और जेडीयू की खास बैठक होने वाली है. इसके दो दिन पहले से यह जरूर अंदाजा था कि बिहार में सियासी उथल पुथल मचने वाली है. मंगलवार की सुबह 11 बजे आरजेडी और जेडीयू ने बैठक की. दोपहर बाद साफ हो गया कि नीतीश कुमार ने एनडीए का साथ छोड़ दिया है.


नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा


बैठक के बाद नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया. राजभवन की ओर से 12.30 से 1 बजे के बीच का समय मांगा गया लेकिन नहीं मिला. इसके बाद करीब चार बजे का वक्त मिला. इस बीच नीतीश कुमार ने मीडिया में यह कहा कि एनडीए के साथ काम करना संभव नहीं था.


महागठबंधन के नेता चुने गए नीतीश


इधर, महागठबंधन ने नीतीश कुमार को अपना नेता चुन लिया. महागठबंधन में शामिल दलों के नेताओं के साथ हुई बैठक में इसका फैसला हुआ. इसके बाद नीतीश कुमार आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ सरकार बनाने का दावा करने के लिए राजभवन गए. नीतीश ने 164 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा. इसमें जेडीयू के 45, आरजेडी के 79, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, एक निर्दलीय और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के चार विधायक शामिल हैं.


जेडीयू का पहला रिएक्शन आया


जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि 2013 से ही बीजेपी धोखा दे रही है. ललन सिंह ने आगे कहा कि 2020 से बीजेपी ने पीठ में छुरा घोंपा है. उन्होंने कहा कि अब हमारा बीजेपी से गठबंधन नहीं रहेगा.


'आ रहे हैं, लालटेन धारी'


दोपहर में सियासी हलचल के बीच लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या जो अक्सर ट्विटर पर एक्टिव रहती हैं उन्होंने एक वीडियो शेयर कर संकेत दे दिया था कि बिहार में कुछ होने जा रहा है. वीडियो में गाना था. 'लालू बिना चालू ई बिहार ना होई'. इस वीडियो के साथ ही रोहिणी आचार्या ने लिखा है- 'राजतिलक की करो तैयारी आ रहे हैं, लालटेन धारी'.


नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने क्या कहा?


नीतीश कुमार ने कहा, "मैं यहां राज्यपाल से मिलने आया और अपना इस्तीफा दे दिया कि बिहार की सेवा करना ही हमारा एजेंडा है. हमारे पास सात दलों का समर्थन है. इसमें लेफ्ट और जीतन राम मांझी की पार्टी भी शामिल है." नीतीश कुमार ने बिना आरसीपी सिंह का नाम लिए बीजेपी पर भी निशाना साधा. 


तेजस्वी यादव ने कहा, "बीजेपी का कोई गठबंधन सहयोगी नहीं है, इतिहास बताता है कि बीजेपी उन दलों को नष्ट कर देती है जिनके साथ वह गठबंधन करती है. हमने देखा कि पंजाब और महाराष्ट्र में क्या हुआ. बिहार में जो भी हो रहा था वो किसी से छुपा नहीं था. जनता विकल्प चाहती है, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला. नीतीश कुमार ने अपना काम किया, इन्होंने प्रधानमंत्री के सामने ये मांग रखी लेकिन इनकी मांग को नहीं माना गया. आज बीजेपी को छोड़कर बिहार विधानसभा के सभी दलों और सदस्यों ने नीतीश कुमार को अपना नेता मान लिया है."


बीजेपी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस


नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि 2020 विधानसभा चुनाव में मैनडेट बिहार में बीजेपी और जेडीयू को मिला था. प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया. बिहार की जनता को धोखा दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जनता के जनादेश के साथ नीतीश कुमार ने धोखा किया. जनता माफ नहीं करेगी. संजय जायसवाल ने कहा कि 2005 के पहले आरजेडी के शासनकाल में बिहार की जो स्थिति थी, नीतीश कुमार फिर वही बिहार बनाने के लिए निकल पड़े हैं. क्यों धोखा दिया ये वही बता सकते हैं. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने सवाल किया कि  तेजस्वी यादव का भ्रष्टाचार खत्म हो चुका है क्या, यह भी बताएं.


राष्ट्रपति शासन लागू हो- चिराग पासवान


इधर सियासी हलचल के बीच चिराग पासवान ने कहा कि कैसे कोई ऐसे मुख्यमंत्री पर विश्वास रखेगा जो खुद अपने शब्दों पर नहीं टिकते. बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए, ये जोड़ तोड़ की सरकार बनाना सही नहीं है, आपकी कोई नीति, विचारधारा, सिद्धांत है कि नहीं? चिराग पासवान ने कहा आज के बाद मुख्यमंत्री की विश्वसनीयता शून्य है. जिस जंगल राज का विकल्प बनकर आए थे उसी के साथ सरकार बना ली. लोकतंत्र के मंदिर में खड़े होकर शपथ लिया कि मिट्टी में मिल जाऊंगा पर बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा उसी बीजेपी के साथ 2017 में ये चले गए.


तेज प्रताप यादव ने क्या कहा?


तेज प्रताप यादव ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि हम सबसे पहले नौजवानों को रोजगार देंगे और महागठबंधन की सरकार बिहार को आगे ले जाने के लिए है. जनता के लिए हम लोग अच्छे से काम करेंगे. पिछली सरकार में गठबंधन तोड़ने के सवाल पर तेज प्रताप यादव ने कहा कि हमने काम के नाम पर गठबंधन तोड़ा था. इस बार भी हम बिहार को ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए हम साथ आए हैं, तेज प्रताप ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने नीतीश कुमार का अपमान किया है. 


बीजेपी करेगी धरना प्रदर्शन


इधर देर शाम सीएमओ बिहार की ओर से जानकारी दी गई कि राज्यपाल ने नीतीश कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और उनसे राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने का अनुरोध किया है. बुधवार दोपहर 2 बजे शपथ ग्रहण होगा. बिहार में हुई उलटफेर के विरोध में बुधवार सुबह 11 बजे बीजेपी के सभी विधायक और पार्टी के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करेंगे.


यह भी पढ़ें- 


Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर प्रशांत किशोर का बड़ा बयान, PK ने याद दिलाई 2017 वाली बात


Upendra Kushwaha Statement: उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को दी बधाई, कहा- देश आपका इंतजार कर रहा