पटना: वित्तीय वर्ष 2021-22 की आज से शुरुआत हो गयी है. आज से कई नियम बदल गए हैं. वहीं, कई सेवाओं के दर में भी वृद्धि हो गयी है. बिहार में आज से बिजली का नया दर लागू कर दिया गया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में बिजली के दरों में 0.63 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. इससे बिहार में बिजली की दर प्रति यूनिट 5 से 10 पैसे बढ़ गयी है.
लेट फाइन में भी की गयी है वृद्धि
बता दें कि बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने इसे निर्धारित किया है. यह टैरिफ आदेश एक अप्रैल 2021 से लागू हो गया और 31 मार्च 2022 या आयोग की ओर अगला टैरिफ आदेश निर्गत होने तक प्रभावी रहेगा. बिजली के दर के साथ ही लेट फाइन भी बढ़ाई गई है. अब बिल देरी से भरने पर अतिरिक्त फाइन देना पड़ेगा.
गौरतलब है कि वितरण कंपनियों ने 9.22 फीसद बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था, जिसे विद्युत विनियामक आयोग ने खारिज कर दिया. अनुदान रहित टैरिफ के मुताबिक शहरी क्षेत्र में सौ यूनिट पर पहले जो 605 रुपये का बिल आता था, वो अब 610 रुपये हो जाएगा. वहीं, जैसे-जैसे बिजली की खपत बढ़ेगी, वैसे-वैसे बिल में वृद्धि होती जाएगी. राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी की घोषणा के बाद टैरिफ में कमी आएगी. वहीं, स्मार्ट प्री पेड मीटर वाले उपभोक्ता को तीन फीसद की छूट मिलेगी.
आज से होंगे कई बदलाव
बिजली के दरों के साथ ही बिहार में आज से कई बदलाव देखे जाएंगे. आज से जमीन की रजिस्ट्री के साथ ही म्यूटेशन का कागज भी मिल जाएगा. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री रामसूरत कुमार आज नई योजना की शुरुआत करेंगे. साथ ही जाति, आवासीय और आय प्रमाण पत्र अब अंचलाधिकारी के बदले अंचलों में तैनात राजस्व पदाधिकारी के हस्ताक्षर से जारी होंगे. वहीं, आज से अनुमंडल और प्रखंड के उप कोषागारों का जिला कोषागारों में विलय हो जाएगा.
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